16 फरवरी को बसंत पंचमी, मां सरस्वती की मूर्तियाें की बिक्री भी बहादुरगढ़ में किसान आंदोलन से प्रभावित

आंदोलन के कारण मूर्तिकारों की मूर्तियां नहीं बिक रही हैं। अब तक मात्र दो मूर्तियों की ही बुकिंग हो पाई है। इसी वजह से इस बार मूर्तिकारों ने कम संख्या में ही मूर्तियां मंगवाई हैं। राजस्थान के जोधपुर से अमर कुछ सालों से सड़क किनारे मूर्तियां बनाकर बेचता है।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Tue, 09 Feb 2021 05:58 PM (IST) Updated:Tue, 09 Feb 2021 05:58 PM (IST)
16 फरवरी को बसंत पंचमी, मां सरस्वती की मूर्तियाें की बिक्री भी बहादुरगढ़ में किसान आंदोलन से प्रभावित
बहादुरगढ़ में हर साल बसंत पंचमी पर बिक जाती थीं 70 से 75 मूर्तियां, मगर इस बार मंगवाई 55 मूर्तियां

बहादुरगढ़, जेएनएन। तीन कृषि सुधार कानूनों के विरोध में चल रहे आंदोलन की मार बसंत पंचमी पर बिकने वाली मां सरस्वती की मूर्तियों के कारोबार पर भी पड़ी है। आंदोलन के कारण मूर्तिकारों की मूर्तियां नहीं बिक रही हैं। अब तक मात्र दो मूर्तियों की ही बुकिंग हो पाई है। इसी वजह से इस बार मूर्तिकारों ने कम संख्या में ही मूर्तियां मंगवाई हैं। राजस्थान के जोधपुर से अमर कुछ सालों से दिल्ली रोड पर सेक्टर नौ बाईपास के पास सड़क किनारे मूर्तियां बनाकर बेचता है।

वह पीओपी की बनी-बनाई मूर्तियां मंगवाता है और फिर उनमें रंग भरकर बेच देता है। अमर ने बताया कि बसंत पंचमी 16 फरवरी को है। वह दिल्ली से पीओपी से बनी मां सरस्वती की 55 मूर्तियां लेकर आया है। हर साल उसकी 70-75 मूर्तियां बिक जाती थीं, मगर इस बार यहां पर आंदोलन चल रहा है। इसीलिए वह कम मूर्तियां लाया है। बसंत पंचमी के नजदीक वाले दिनों में अब तक 15-20 मूर्तियाें की बुकिंग हो जाती थीं लेकिन इस बार मात्र दो की ही बुकिंग हुई है।

वह मां सरस्वती की छोटी-बड़ी मूर्तियां तो लेकर आया है लेकिन इस बार लग रहा है कम संख्या में लाई गई मूर्तियों की भी बिक्री नहीं होगी। हालांकि अभी बसंत पंचमी को छह दिन शेष हैं और उन्हें उम्मीद है कि उनकी मूर्तियां बिक जाएंगी। मूर्तियों पर उसका व उसके परिवार का गुजारा टिका हुआ है।

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