हिसार नगर निगम में एंट्री बैन पर पार्षद बोले- यह लोकतंत्र की हत्या, गेट पर जड़ा ताला, हंगामा

नगर निगम की गृहकर शाखा में जनता और पार्षदों की नो-एंट्री के चलते निगम में जबरदस्त हंगामा हुआ। निगम सभागार में मेयर की अध्यक्षता में हुई बैठक में पार्षदों ने जनता के काम समय पर नहीं होने पर और पार्षदों के अपमान पर अपना दर्द बयां किया।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Wed, 23 Sep 2020 10:24 AM (IST) Updated:Wed, 23 Sep 2020 10:24 AM (IST)
हिसार नगर निगम में एंट्री बैन पर पार्षद बोले- यह लोकतंत्र की हत्या, गेट पर जड़ा ताला, हंगामा
नगर निगम हिसार की हाउस टैक्‍स ब्रांच में जनता और पार्षदों की एंट्री बैन मामले ने तूल पकड़ लिया है

हिसार, जेएनएन। नगर निगम की गृहकर शाखा में जनता और पार्षदों की नो-एंट्री के चलते निगम में जबरदस्त हंगामा हुआ। निगम सभागार में मेयर की अध्यक्षता में हुई बैठक में पार्षदों ने जनता के काम समय पर नहीं होने पर और पार्षदों के अपमान पर अपना दर्द बयां किया। बैठक में संयुक्त रूप से फैसला लिया कि निगम की ज्वाइंट कमिश्नर ने पार्षदों की गृहकर शाखा में एंट्री बैन करके पार्षदों का अपमान किया है उसके लिए पार्षदों से माफी मांगे। नहीं तो सरकार को ज्वाइंट कमिश्नर के खिलाफ कार्रवाई के लिए लिखेंगे। उधर बैठक के बाद गृहकर शाखा में एंट्री नहीं मिलने से नाराज पार्षद अमित ग्रोवर ने गेट पर ताला लगा दिया। मौके पर कार्यकारी अधिकारी व पुलिस पहुंच गई। ईओ के कहने पर ताला खोल दिया। इस घटना के चलते निगम स्टाफ की ओर से पुलिस को शिकायत दी गई है। साथ ही यूनियन ने चेतावनी दी है कि यदि पार्षद पर एफआइआर दर्ज नहीं हुई तो 24 सितंबर से शहर में सफाई और निगम में काम बंद कर दिया जाएगा।

चेयरमैन ने बुलाई 25 को सब कमेटी की बैठक

गृहकर शाखा मामला तूल पकड़ने पर 25 सितंबर को (विभिन्न टैक्स, फीस कमेटी और तहबाजारी) सब कमेटी के चेयरमैन प्रीतम सैनी ने बैठक बुला ली है। उन्होंने मेयर गौतम सरदाना को पत्र भेजकर आग्रह किया है कि 25 को सब कमेटी की बैठक बुलाई जाए। जिसमें गृहकर शाखा से संबंधित दस्तावेज लेकर निगम स्टाफ उपस्थित हो। मेयर ने भी बैठक को सहमति दे दी है।

जाने क्यों रोका है पार्षदों का प्रवेश

पार्षद कविता केडिया ने 18 सितंबर को निगम की गृहकर शाखा में जनता के कार्य की दी हुई फाइलों पर जवाब मांगा। जब उन्होंने फाइल मांगी तो कर्मचारी ने नहीं दी। इस पर दोनों पक्षों में बहस हो गए। जनता की फाइल पर काम में देरी होने पर पार्षद का जवाब मांगना कर्मचारियों को नागवार गुजरा और ज्वाइंट कमिश्नर के मौखिक आदेश की बात कहते हुए कर्मचारियों ने पार्षदों और आमजन की शाखा में एंट्री बैन कर दी।पार्षद के इस अपमान पर उन्होंने नाराजगी जताते हुए मंगलवार को मेयर की अध्यक्षता में बैठक बुलाई थी।

कर्मचारियों से उलझी जनता

मंगलवार को दिनभर गृहकर शाखा के गेट और खिड़कियों के पास गहमागमी रही। जनता कर्मचारियों से कई बार भीड़ी। काम नहीं होने के चलते लोगों ने कर्मचारियों को भरा बूरा करते हुए परेशान होकर वापिस लौट गए। किसी का साल से काम नहीं हुआ तो किसी का कई महीनों से। वे पार्षदों के आगे अपना दुखड़ा रोकर वापिस निगम ने बुलाई पुलिस, खुलवाया ताला

पार्षद जगमोहन व पार्षद अमित ग्रोवर गृहकर शाखा में काम से गए। उन्हें गेट पर कर्मचारी ने एंट्री नहीं दी। उन्होंने आदेश की कापी मांगी तो कर्मचारी बोला जेसी के मौखिक आदेश है। जनता या पार्षद अंदर नहीं जाएंगे। वहां मौजूद कई लोगों ने काम नहीं होने पर पार्षद को अपना दर्द बयां किया। इस पर पार्षद ने कर्मचारियों को बाहर आने के लिए कहा लेकिन वे न बाहर आए और न ही उन्हें अंदर जाने दिया। गेट पर अंदर से ताला लगा दिया। नाराज पार्षद अमित ग्रोवर ने बाहर से भी ताला लगा दिया। निगम प्रशासन ने पुलिस बुलाई और ईओ मौके पर पहुंचकर पार्षद ने ताला खोलने के कहा। ईओ के कहने पर पार्षद ने गेट खोल दिया। उधर सिविल लाइन थाने में पार्षद के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने के संबंध में शिकायत हुई है। इस बारे में थाना प्रभारी ने कहा कि निगम में हुई घटना के मामले में शिकायत आई है।

सात दिन काम करने का निगम का दावा

सायं को कमिश्नर ने निगम अफसरों की बैठक ली। कमिश्नर कहा कहना है कि नए 15 क्लर्कों में से 7 क्लर्कों को गृहकर ब्रांच में लगा उन्हें ट्रेनिंग दी जा रही है। स्टॉफ को हिदायत दी गई है कि वह सात दिनों के अंदर फाइलों का निपटान कर ऑन लाइन अपडेट करें। 7 दिन के बाद भी यदि किसी फाइल का निपटान नहीं होता है तो संबंधित व्यक्ति कार्यकारी अधिकारी, उप निगम आयुक्त, संयुक्त आयुक्त व निगम आयुक्त से मिल सकता है।

बैठक में ये रहे मौजूद

पार्षद अनिल जैन, कविता केडिया, अनिल सैनी, मनोहर लाल, डा उमेद खन्ना, भूप सिंह रोहिला, मास्टर जयप्रकाश, जगमोहन मितल, अमित ग्रोवर, प्रीतम सैनी, महेंद्र जुनेजा, पिंकी शर्मा, ज्योति महाजन, जयवीर गुज्जर, पार्षद प्रतिनिधि उदयवीर सिंह मिंटू, पंकज दीवान, कृष्ण सैनी, सुशील शर्मा और प्रवीण केडिया।

अब क्या करेंगे पार्षद

पार्षदों के अपमान के मामले में मेयर गौतम सरदाना टैक्स की दोनों सब कमेटियों के चेयरमैन के साथ निकायमंत्री अनिल विज से मिलेंगे। निगम में पूर्व में हुए मामलों की विजिलेंस जांच करवाएंगे।

-------पार्षद जनता के चुने प्रतिनिधि है, उनका सम्मान किया जाएगा। जनप्रतिनिधियों को किसी शाखा में बैन करने संबंधित कोई आदेश जारी नही किया गया।

अशोक गर्ग, कमिश्नर नगर निगम हिसार।

----कोरोना के मद्देनजर व जनसुविधाओं को देखते हुए संपत्तिकर शाखा में सिंगल विंडो सिस्टम लागू किया गया है। हमारा प्रयास है जनता,जनप्रतिनिधियों व कर्मचारियों को कोरोना से बचाया जाए और निगम का कार्य भी नियमित रूप से चलता रहे। जनप्रतिनिधि गृहकर संबंधित किसी भी समस्या के समाधान के लिए किसी भी समय शाखा में, ईओ और उप निगमायुक्त से मिल सकते है।

- शालिनी चेतल, ज्वाइंट कमिश्नर नगर निगम हिसार।

------पार्षदों का अपमान माफ नहीं होगा। शाखा में जनप्रतिनिधियों को बैन करने का आदेश देना अधिकारी की गलती है। इससे पार्षदों के सम्मान को ठोस पहुंची है। पार्षदाें को बैन का आदेश देने वाला अधिकारी अपनी गलती की माफी मांगें।

गौतम सरदाना, मेयर, हिसार।

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