लुवास करेगा चार रीजनल सेंटर शुरू, दो के लिए पदों की मिली अनुमति

जागरण संवाददाता, हिसार : लुवास को मौजूदा समय में महेंद्रगढ़ व करनाल के उचानी गांव में पशु चिकित्स

By Edited By: Publish:Tue, 17 Jan 2017 01:01 AM (IST) Updated:Tue, 17 Jan 2017 01:01 AM (IST)
लुवास करेगा चार रीजनल सेंटर शुरू, दो के लिए पदों की मिली अनुमति
लुवास करेगा चार रीजनल सेंटर शुरू, दो के लिए पदों की मिली अनुमति

जागरण संवाददाता, हिसार : लुवास को मौजूदा समय में महेंद्रगढ़ व करनाल के उचानी गांव में पशु चिकित्सा निदान एवं विस्तार केंद्रों को मंजूरी मिल गई है। इसके साथ दोनों केंद्रों के लिए सरकार ने 43 पदों को मंजूरी भी दे दी है। उक्त जानकारी लुवास के कुलपति रिटायर्ड मेजर जनरल डॉ. श्रीकांत शर्मा ने दी।

उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार व लुवास प्रशासन चाहता है कि प्रदेश के चारों कोनों में पशुधन के विकास को समान बढ़ावा मिले। ऐसे में बीमार पशुओं को लेकर किसी को लुवास नहीं आना पड़े और उन्हें अपने आसपास ही पशुओं के उपचार की सुविधा मिले। इसी को लेकर महेंद्रगढ के रिवासा, करनाल के उचानी व झज्जर की लकड़ियां व कैथल के क्योड़क में बनाए जाने हैं। कैथल के क्योड़क में पंचायत से जमीन को लेकर बातचीत चल रही है। जबकि लकड़ियां में पशुपालन विभाग के बैल फार्म की जमीन मिली है। जिस पर जल्द ही प्लान शुरू कर दिया जाएगा। कुलपति ने बताया कि महेंद्रगढ़ के लिए 18 करोड़ रुपये व करनाल के उचानी के लिए 19 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट को अनुमति के लिए भेजा गया है। सरकार ने जहां पदों को अनुमति दे दी है। जल्द ही पैसा भी मिल जाएगा।

यह मिले पद

क्षेत्रीय निदेशक, मेडिसन, शल्य चिकित्सा , मादा रोग , सहायक पशुरोग निदान अधिकारी , सहायक वैज्ञानिक विस्तार शिक्षा व सहायक वैज्ञानिक पशु उत्पादन के पद शामिल है। इनके अलावा इन केन्द्रों पर अन्य ऑफिस कर्मचारियों, ड्राइवर , पशुसहायक, रेडियोग्राफर आदि पदों की अनुमति मिली है।

दो कृषि विज्ञान केंद्रों के लिए मांगी 20 हेक्टेयर जमीन

लुवास प्रशासन ने दो कृषि विज्ञान केंद्रों के लिए 20 हेक्टेयर जमीन मांगी है। आइसीआर व सरकार दोंनो लुवास को केवीके देने को तैयार हैं। जमीन फाइनल होने के साथ लुवास काम शुरू कर देगा।

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जमीन लीज पर मिलते ही काम शुरू

लुवास को सरकार ने 1125 एकड़ जमीन हकृवि के रामधन सीड फार्म में दे दी है। सरकार से मंजूरी मिलने के बाद हकृवि से जमीन पशुधन फार्म को वापस जाएगी, जिसके बाद पशुधन फार्म लीज पर लुवास प्रशासन को जमीन सौंपेगी। कुलपति के अनुसार आने वाले दो माह के अंदर लुवास के नये कैंपस बनाने को लेकर काम शुरू कर दिया जाएगा।

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यह होंगे नेशनल व इंटरनेशनल दिवस

कुलपति ने बताया कि गोसंर्वधन पर लुवास में फरवरी माह में राष्ट्रीय स्तर के सेमिनार का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मनोहर लाल को बतौर मुख्यातिथि आमंत्रित किया गया है। मुख्यमंत्री से अनुमति मिलने के बाद कार्यक्रम की तारीख तय हो जाएगी। वहीं एक अंतरराष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन अक्टूबर महीने

में किया जाएगा। वन व‌र्ल्ड वन हेल्थ के तहत इसका आयोजन किया जाएगा।

लुवास को यह मिले स्पेशल प्रोजेक्ट

मुर्गी की किस्मों व उसके जींस में आने बदलावों को लेकर जल्द ही लुवास प्रशासन के अमेरिका एक रिसर्च इस्टीटयूट के साथ अनुबंध करने वाला है। अमेरिका के वैज्ञानिक आकर लुवास में शोध कार्य करेंगे। जिससे अमेरिका से लेकर भारत में पाए जाने वाली मुर्गियों की नस्लों पर शोध किया जाएगा। आईसीआर ने अनुबंध को मंजूरी दे दी है। तीन से चार करोड़ का यह अनुबंध होगा। उन्होंने बताया कि इसके अलावा लुवास के डिपार्टमेंट जेनेटिक एंड ब्रि¨डग विभाग की ओर से हरियाणा व साहीवाल के संवर्धन पर काम किया जाएगा। वहीं लुवास में डीएनए लैब भी बनाई जाएगी। इस लैब को लेकर नेशनल एनिमल डिपार्टमेंट से मंजूरी मिल गई है।

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