अहं मनुष्य को दुखी एवं अशात रखता है : वंदना बहन

संवाद सहयोगी, हिसार : प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय केंद्र द्वारा सेक्टर-13 में आध्या

By Edited By: Publish:Sun, 07 Feb 2016 07:11 PM (IST) Updated:Sun, 07 Feb 2016 07:11 PM (IST)
अहं मनुष्य को दुखी एवं अशात रखता है : वंदना बहन

संवाद सहयोगी, हिसार : प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय केंद्र द्वारा सेक्टर-13 में आध्यात्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में ब्रह्मकुमारी वंदना बहन ने कहा कि मनुष्य का अहं उसे अशांत और दुखी रखता है। अत: जीवन में सुख शाति चाहिए तो अहं का त्याग करना होगा। उन्होंने कहा कि गीता में कहा गया है कि आत्मा अपना मित्र भी है और शत्रु भी। खुश रहना है तो मन को श्रेष्ठ व सुखद चिंतन दे इससे मन खुश रहेगा। उन्होंने बताया रात को जब नींद आने लगती है तो अवचेतन मन जागृत होता है और सुबह जब हम उठते है दस मिनट तक अवचेतन मन जागृत रहता है तो इस समय हम मन को जैसे विचार देंगे सारा दिन उनका शरीर पर प्रभाव पड़ेगा। इस दौरान ब्रह्मकुमारी ज्योति बहन ने भी प्रवचन किए। उन्होंने बताया कि किसी का जन्म चाहे रात को भी हो उसे जन्मदिन कहा जाता है परतु शिव के जन्मदिन को शिवरात्रि कहा जाता है। इस अवसर पर एसपी पुलिस मधुबन, ओमबीर सिंह, सीडीपीओ अग्रोहा कुसुम मलिक, प्रो. वेद गुलयानी, डा. आर.के. मलिक, संदीप हुरिया, अनिल जैन, मदन वासुदेवा, ईश कुमार, एडवोकेट बीएल सोनी, हरीश ऐलावादी, हरीश गोयल, त्रिलोकीनाथ खत्री आदि उपस्थित थे।

chat bot
आपका साथी