असम से नौकरी की तलाश में आई बहनों को बेचा
- शरण देने और नौकरी दिलाने के नाम पर बनाया बंधक - फिर बहनों को अलग-अलग लोगों को बेच दिया - चौधर
- शरण देने और नौकरी दिलाने के नाम पर बनाया बंधक
- फिर बहनों को अलग-अलग लोगों को बेच दिया
- चौधरीवास के बुजुर्ग समेत तीन लोग फंसे
जागरण संवाददाता, हिसार : असम में गुवाहटी के गांव कामरूप वासी दो सगी बहनें। एक की उम्र 16 और दूसरी 19 वर्षीय। घर में तंगहाली के चलते नौकरी की तलाश में हिसार पहुंच गई। किसी ने बताया कि यहां की जिंदल फैक्ट्री में उन्हें काम मिल जाएगा। पर, उन बहनों को यह नहीं पता था कि एक अजनबी बुजुर्ग मदद करने के बहाने उन्हें बेच देगा। हुआ भी ऐसा ही। उसने कुछ दिनों तक दोनों बहनों को घर में बंधक बनाकर रखा। एक रात खरीदार तलाश कर बहनों को अलग-अलग व्यक्ति को बेच दिया। अपने साथ हुए विश्वासघात से बहनें घबराई नहीं। किसी तरह आत्मविश्वास जुटाकर आरोपियों के चंगुल से निकलकर सदर थाने पहुंच गई। यहां अपनी व्यथा सुनाई और बुजुर्ग समेत तीन के खिलाफ केस दर्ज करवा दिया। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, तीसरे की तलाश जारी है।
यह बोली नाबालिग युवती
पुलिस को शिकायत में 16 वर्षीय रुस्ताना बेगम ने बताया कि वह और उसकी 19 वर्षीय बहन हसीना बेगम असम से हिसार काम की तलाश में आए थे। उन्हें बताया गया था कि जिंदल फैक्ट्री में रोजगार मिल जाता है। जब हिसार पहुंचे तो उन्हें चौधरीवास वासी बुजुर्ग खेमचंद मिल गया। उसने मदद के बहाने उन्हें अपने झांसे में लिया और घर लेकर चला गया।
चार दिन तक बनाया बंधक
पीड़िता के अनुसार चार दिन तक खेमचंद ने उन्हें बंधक बनाए रखा। इसके बाद नहला वासी कुलदीप और चौधरीवास वासी सीताराम के हाथों उन्हें बेच दिया। आरोपी खेम चंद ने उसे बेचने पर सीताराम से 70 हजार रुपये ले लिए जबकि कुलदीप से राशि लेनी थी।
मौका तलाशकर निकल भागी
रुस्ताना और हसीना को अपने साथ हुए धोखे व सौदे का पता चल गया। ऐसे में दोनों ने आरोपियों से काम की तलाश में जाने की बात कही। आरोपी भी उनके झांसे में आ गए और वे बचकर वहां से भाग निकलीं। इसके बाद सदर थाना पहुंची और पुलिस को सारी कहानी बता दी।
केस दर्ज, दो गिरफ्तार
पीड़िताओं के बयान लेकर खेमचंद और सीताराम को गिरफ्तार किया गया जबकि कुलदीप फरार है। दोनों गिरफ्तार आरोपियों को जेल भेज दिया है। वहीं, युवतियों को किराया देकर पुलिस ने वापस अपने घर की ओर रवाना कर दिया।
-ललित कुमार, प्रभारी सदर थाना