केंद्रीय मंत्री के सामने उठेगा खेड़कीदौला टोल प्लाजा का मुद्दा

खेड़कीदौला टोल प्लाजा हटाने की मांग को लेकर केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से कई संगठनों के लोग मिलेंगे। केंद्रीय मंत्री चार मार्च को द्वारका एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य की समीक्षा करने के लिए गुरुग्राम पहुंचेंगे।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 01 Mar 2021 07:19 PM (IST) Updated:Mon, 01 Mar 2021 07:19 PM (IST)
केंद्रीय मंत्री के सामने उठेगा खेड़कीदौला टोल प्लाजा का मुद्दा
केंद्रीय मंत्री के सामने उठेगा खेड़कीदौला टोल प्लाजा का मुद्दा

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: खेड़कीदौला टोल प्लाजा हटाने की मांग को लेकर केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से कई संगठनों के लोग मिलेंगे। केंद्रीय मंत्री चार मार्च को द्वारका एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य की समीक्षा करने के लिए गुरुग्राम पहुंचेंगे। इस बात की जानकारी मिलते ही कई संगठनों के लोग सक्रिय हो गए हैं।

दिल्ली-जयपुर हाईवे पर खेड़कीदौला टोल प्लाजा ट्रैफिक जाम का प्रतीक बन चुका है। सभी लेन में फास्टैग लागू किए जाने के बाद भी ट्रैफिक का दबाव कम होता नहीं दिख रहा है। खासकर पीक आवर के दौरान यानी सुबह आठ बजे से 11 बजे तक एवं शाम पांच बजे से रात आठ बजे तक ट्रैफिक का दबाव अधिक रहता है। इसे देखते हुए सभी क्षेत्र के लोग एक सुर से टोल प्लाजा हटाने की मांग कर रहे हैं। चार मार्च को केंद्रीय मंत्री के सामने काफी लोग अपनी समस्या प्रमुखता से रखेंगे।

द्वारका एक्सप्रेस-वे से साथ लगते कई सेक्टरों की आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष याशीश यादव का कहना है कि वह हर हाल में केंद्रीय मंत्री से मिलना चाहेंगे। खेड़कीदौला टोल प्लाजा से परेशानी दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। जितनी जल्द हो इसे हटाने की मांग करेंगे। गुरुग्राम से लेकर मानेसर तक का विकास टोल प्लाजा की वजह से प्रभावित हो रहा है। सुबह पीक आवर के दौरान ट्रैफिक का दबाव अधिक होने की वजह से अधिकतर लोग ड्यूटी समय पर नहीं पहुंच पाते हैं।

गांव खेड़कीदौला निवासी राजेश यादव एवं अनिल कुमार का कहना है कि खेड़कीदौला टोल प्लाजा से इलाके में विकास प्रभावित हो रहा है। केंद्रीय मंत्री से मांग की जाएगी कि जितनी जल्द हो इसे हटाया जाए। एक इलाके से दूसरे इलाके में आना-जाना भी मुश्किल हो गया है। बता दें कि खेड़कीदौला टोल प्लाजा को पचगांव इलाके में केएमपी एक्सप्रेस-वे के नजदीक स्थानांतरित करने की बात दो साल से कागजों में ही चल रही है।

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