गुरुग्राम में खनन माफिया ने पुलिसकर्मियों को किया कुचलने का प्रयास, फरार

एसईटी प्रभारी प्रीतपाल ने बताया कि खनन माफिया के ऊपर लगाम कसने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। वे कई बार डराने का प्रयास कर चुके हैं लेकिन टीम पीछे हटने वाली नहीं है। जहां से जिस समय सूचना मिलेगी उसी समय छापेमारी की जाएगी।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Sun, 22 Nov 2020 09:03 PM (IST) Updated:Sun, 22 Nov 2020 09:03 PM (IST)
गुरुग्राम में खनन माफिया ने पुलिसकर्मियों को किया कुचलने का प्रयास, फरार
आरोपित की पहचान नूंह जिले के गांव पचगांवा निवासी काले के रूप में की गई

 गुरुग्राम (आदित्य राज)। खनन माफिया ने बिलासपुर चौक के नजदीक दिनदहाड़े अवैध खनन पर रोक लगाने के लिए गठित स्पेशल एन्फोर्समेंट टीम (एसईटी) के सदस्यों को कुचलने का प्रयास किया। टीम की दो गाड़ियों में टक्कर मारते हुए डंफर चालक गाड़ी सहित फरार हो गया। गाड़ियों को नुकसान हुआ लेकिन सभी पुलिसकर्मी बाल-बाल बच गए। इस वजह से बचाव हो गया। वारदात शनिवार की है। बिलासपुर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। आरोपित की पहचान नूंह जिले के गांव पचगांवा निवासी काले के रूप में की जा चुकी है। उसकी गिरफ्तारी के लिए प्रयास शुरू कर दिए गए हैं।

अवैध खनन पर रोक लगाने के साथ ही पत्थरों की चोरी पर रोक लगाने के लिए स्पेशल एन्फोर्समेंट टीम का गठन किया गया है। टीम के प्रभारी सहायक पुलिस आयुक्त (क्राइम) प्रीतपाल हैं। टीम के सदस्य एसआइ आजाद सिंह एवं एएसआइ उमेद सिंह के नेतृत्व में शनिवार दोपहर बिलासपुर चौक के नजदीक पत्थरों से लदे वाहनों के ऊपर नजर रख रहे थे। दोपहर के दौरान रेवाड़ी की तरफ से एक पत्थरों से भरा एक डंफर आता हुआ दिखाई दिया। पुलिसकर्मियों ने रोकने का इशारा किया तो डंफर चालक टीम की दोनों गाड़ियों में टक्कर मारता हुआ फरार हो गया। दोनों गाड़ियों के टायर फटने की वजह से डंफर का पीछा नहीं किया जा सका। आरोपित की गिरफ्तारी के लिए क्राइम ब्रांच की नूंह एवं तावड़ू टीम को भी लगा दिया गया है। आरोपित तावड़ू इलाके से पत्थर चोरी करके ला रहा था। इससे पहले भी सोहना एवं भोंडसी इलाके में टीम के सदस्यों को कुचलने का प्रयास खनन माफिया ने किया था।

अवैध खनन के साथ पत्थरों की चोरी

बताया जाता है कि नूंह जिले के साथ ही नारनौल, चरखी दादरी एवं भिवानी के साथ ही राजस्थान के इलाके में अवैध खनन किए जाने के साथ ही पत्थरों की चोरी भी की जा रही है। इसका प्रमाण है पत्थरों से भरे वाहनों के पास बिल न हो या फिर सही बिल न होना। इस महीने अब तक एसईटी द्वारा 70 वाहन पकड़े जा चुके हैं। पिछले महीने 125 वाहन पकड़े गए थे। वैसे पिछले कुछ महीनों के दौरान बिना बिल वाले या फिर सही बिल न रहने पर 900 वाहन पकड़े जा चुके हैं। इनके ऊपर 56 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया जा चुका है। इसके बाद भी विशेष असर नहीं दिख रहा है। शनिवार की घटना को देखते हुए इलाके में सक्रियता और बढ़ा दी गई है।

एसईटी प्रभारी प्रीतपाल ने बताया कि खनन माफिया के ऊपर लगाम कसने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। वे कई बार डराने का प्रयास कर चुके हैं लेकिन टीम पीछे हटने वाली नहीं है। जहां से जिस समय सूचना मिलेगी उसी समय छापेमारी की जाएगी। किसी भी हाल में अवैध रूप से खनन या पत्थरों की चोरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

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