स्विमिग पूल के लिए हरियाली खत्म करने का विरोध

कमला नेहरू पार्क में स्विमिग पूल बनाने के नाम पर हरियाली खत्म करने का विरोध शुरू हो गया है। पार्क में टहलने आने वाले लोगों का कहना है कि साइबर सिटी में दिन प्रतिदिन प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Oct 2020 07:17 PM (IST) Updated:Sun, 25 Oct 2020 08:18 PM (IST)
स्विमिग पूल के लिए हरियाली खत्म करने का विरोध
स्विमिग पूल के लिए हरियाली खत्म करने का विरोध

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: कमला नेहरू पार्क में स्विमिग पूल बनाने के नाम पर हरियाली खत्म करने का विरोध शुरू हो गया है। पार्क में टहलने आने वाले लोगों का कहना है कि साइबर सिटी में दिन प्रतिदिन प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है, ऐसे में स्विमिग पूल के नाम पर पेड़ों की कटाई गलत है। वैसे भी पार्क में बड़ा स्विमिग पूल बनाने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि इसका बेहतर उपयोग नहीं हो सकेगा। आसपास पार्किंग की समस्या है। जितना बड़ा स्विमिग पूल पहले था, उतना ही बड़ा फिर से बना दिया जाए।

गुरुद्वारा रोड स्थित कमला नेहरू पार्क कुछ वर्ष पहले तक कचरा केंद्र था। कमला नेहरू पार्क सुधार समिति के प्रयास से यह हरियाली ही नहीं बल्कि पर्यावरण संरक्षण का प्रतीक बन चुका है। समिति ने नगर निगम के माध्यम से पार्क का कायाकल्प करा दिया। अब कुछ पेड़ों को स्विमिग पूल की चौड़ाई बढ़ाने के नाम पर काटने की तैयारी है। इस बात की जानकारी मिलते ही पार्क में टहलने वाले लोगों में रोष है। लोगों की नाराजगी स्थानीय विधायक सुधीर सिगला तक पहुंच चुकी है।

.... पूरा शहर गैस चैंबर बना हुआ है। ऐसे में जहां अधिक से अधिक पौधे लगाने की आवश्यकता है वहीं स्विमिग पूल के नाम पर हरियाली नष्ट करने की तैयारी है। आखिर प्रशासन क्या संदेश देना चाहता है।

-गोपाल जिदल, निवासी मनोहर नगर किसी भी हाल में एक भी पेड़ नहीं कटना चाहिए। बहुत ही मेहनत से हरियाली छाई है। प्रशासन स्विमिग पूल कहीं और बना ले। पेड़ों को काटकर स्विमिग पूल की चौड़ाई बढ़ाने का निर्णय गलत है।

-अमित गोयल, निवासी रवि नगर जितनी जगह पर स्वीमिग पहले था, उतनी जगह पर फिर से बनाया जाए। चौड़ाई बढ़ाने से हरियाली ही नहीं नजदीक पार्क का ट्रैक भी खत्म हो जाएगा।

- रविद्र मित्तल, निवासी शिवाजी नगर वर्षों की मेहनत से हरियाली बढ़ी है। आज शहर के बीचोंबीच एक मात्र कमला नेहरू पार्क ही है जहां चारों तरफ से लोग टहलने के लिए आसानी से पहुंच सकते हैं। न ही पेड़ों की कटाई होनी चाहिए और न ही पार्क के ट्रैक को नुकसान पहुंचे।

-प्रेमचंद बंसल, महासचिव, कमला नेहरू पार्क सुधार समिति मैं शुरू से ही कह रहा हूं कि किसी भी हाल में पार्क का ट्रैक नहीं टूटना चाहिए लेकिन जो नक्शा तैयार किया गया है उसके मुताबिक ट्रैक से कुछ दूर तक स्विमिग पूल में जगह आ जाएगी। इसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाएगा।

-जेएन मंगला, अध्यक्ष, कमला नेहरू पार्क सुधार समिति मैं जल्द ही कमला नेहरू पार्क का दौरा करुंगा। टहलने वाले लोगों से बात करुंगा। लोगों की इच्छा के खिलाफ कुछ नहीं होगा। जहां तक हरियाली का सवाल है तो इसका नुकसान नहीं होने दिया जाएगा।

- सुधीर सिगला, विधायक, गुड़गांव

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