बदलती जीवन शैली से बढ़ रहा है बांझपन

इंडियन फर्टिलिटी सोसायटी का वार्षिक सम्मेलन रविवार को संपन्न हुआ। लीला होटल में संपन्न इस सम्मेलन में आइवीएफ की आधुनिक तकनीक महिलाओं और पुरूषो में प्रजनन क्षमता में कमी के कारणों और समाधान पर चर्चा की गई।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 19 May 2019 07:39 PM (IST) Updated:Sun, 19 May 2019 08:23 PM (IST)
बदलती जीवन शैली से बढ़ रहा है बांझपन
बदलती जीवन शैली से बढ़ रहा है बांझपन

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : इंडियन फर्टिलिटी सोसायटी का वार्षिक सम्मेलन रविवार को संपन्न हुआ। लीला होटल में संपन्न इस सम्मेलन में आइवीएफ की आधुनिक तकनीक, महिलाओं और पुरुषों में प्रजनन क्षमता में कमी के कारणों और समाधान पर चर्चा की गई। इसमें पुरुषों और महिलाओं में बढ़ते बांझपन की वजह बदलती जीवन शैली, शराब का सेवन और तनाव को बताया गया।

इस सम्मेलन के मुख्य अतिथि केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त सचिव राजीव अरोड़ा, विशिष्ट अतिथि हरियाणा के स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक डॉ. सतीश अग्रवाल और गुरुग्राम के सीएमओ डॉ. बीके राजौरा थे। कार्यक्रम में संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. गौरी देवी ने बढ़ते बांझपन के इलाज के क्षेत्र में हुई प्रगति पर चर्चा की। संगठन के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. पंकज तलवार ने पुरुषों के बढ़ते हुए शुक्राणु विकारों पर प्रकाश डाला। संगठन की हरियाणा इकाई ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। डॉ. नीरू ठकराल, डॉ. शालू गुप्ता, रेवाड़ी से आई डॉ. सीमा मित्तल, डॉ. प्रिया वाष्र्णेय, डॉ. आस्था, डॉ. वीनू और डॉ. रीमा ने इस विषय के आधुनिक पहलुओं पर चर्चा की। गंगाराम अस्पताल से आई डॉ. श्वेता मित्तल ने अंडाणु उत्सर्जन की नई पद्धतियों की विवेचना प्रस्तुत की। डॉ. समिति नंदा और डॉ. मीनाक्षी चौहान ने भी वक्तव्य दिए। करीब 300 विशेषज्ञ डॉक्टर प्रतिनिधि इस कार्यक्रम में मौजूद थे।

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