श्रद्धा का महासावन : शिव की आराधना का महापर्व है सावन

सावन में शिव पूजन का बहुत ही महात्म्य है। यह पूजा फलदायी होती है। भगवान शिव ने ब्रह्मा के मानस पुत्

By JagranEdited By: Publish:Sun, 23 Jul 2017 03:51 PM (IST) Updated:Sun, 23 Jul 2017 03:51 PM (IST)
श्रद्धा का महासावन : शिव की आराधना का महापर्व है सावन
श्रद्धा का महासावन : शिव की आराधना का महापर्व है सावन

सावन में शिव पूजन का बहुत ही महात्म्य है। यह पूजा फलदायी होती है। भगवान शिव ने ब्रह्मा के मानस पुत्र सनत कुमार से स्वयं कहा है कि मेरे तीन नेत्र हैं। सूर्य दाहिनी में, चंद्र बायें में और अग्नि मध्य नेत्र में है। सूर्य की राशि ¨सह है और चंद्रमा की कर्क है। जब सूर्य कर्क राशि से ¨सह राशि में प्रवेश करते हैं तो यह एक बहुत ही पुण्यकाल होता है। दोनों संक्रांति सावन के महीने में आती है। इस कारण सावन का महीना शिव पूजन का महीना है। पूरे महीने शिव को प्रसन्न करने के लिए पूजा अर्चना की जाती है। इस महीने में भगवान शिव की करुणा और दया बरसती है। शिव की पूजा के लिए सोमवार का दिन सबसे शुभ माना जाता है। ऐसा कहा गया है कि जो व्यक्ति 16 सोमवार का व्रत रखता है उसके मानसिक, शारीरिक और आर्थिक कष्ट दूर होते हैं। सोमवार के दिन व्रत रखकर भगवान शिव का जलाभिषेक करे। व्रत में साफ और अच्छे वस्त्र धारण करने चाहिए। व्रत के दिन प्रसन्न चित्त रहकर ईष्र्या, क्रोध और चुगली से दूर रहना चाहिए। इस साल सावन सोमवार से ही शुरु हुआ है और सोमवार को ही खत्म होगा।

- पद्म शर्मा, पुजारी भूतेश्वर मंदिर

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