घान के गिरते भाव से किसान चिंतित

जागरण संवाददाता, मेवात : प्रदेश की नई सरकार में धान के दाम अच्छे न मिलने से किसानों की उम्मीदों पर

By Edited By: Publish:Wed, 29 Oct 2014 07:33 PM (IST) Updated:Wed, 29 Oct 2014 07:33 PM (IST)
घान के गिरते भाव से किसान चिंतित

जागरण संवाददाता, मेवात :

प्रदेश की नई सरकार में धान के दाम अच्छे न मिलने से किसानों की उम्मीदों पर पानी फिर गया है। उनके चेहरे पर परेशानी साफ देखी जा सकती है। पीला सोना कहा जाने वाला धान पर अब मंदी की मार पड़ रही है। लगातार गिरते भाव से किसान चिंतित हैं। मंडी वैसे तो किसानों से गुलजार होने लगी है, पर वहीं किसान धान में गिरावट के चलते अपनी फसलों को घर पर ही रोक रहे हैं। किसानों को उनकी लागत हिसाब से कुछ नहीं मिल पा रहा है। पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष धान के रेट कम होने पर सरकार का भी ध्यान नहीं है। इससे किसानों में रोष है।

टेबल

वर्ष किस्म भाव

2013- 1121 4200-4500

2014- 1121 2700-2900

1509 2400-2600

नई सरकार से जितनी आस थी उस सब पर पानी फिर गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में नई सरकार आने से उनके अच्छे दिन नहीं बुरे आए हैं। इससे तो पिछली सरकार अच्छी थी। उसमें कम से कम हमारी फसलों के दाम तो अच्छे मिले थे।

-अनिल, किसान।

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हम अपनी फसलों पर पूरी साल मेहनत करते हैं और ऐसे में हमें उनके दाम भी नहीं मिल रहे। रेट में गिरावट के कारण हमें फसलों में लगने वाली पूरी लागत भी वसूल नहीं हो पा रही है।

-यूनूस, किसान।

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नई सरकार में हमें हमारी फसल के उचित दाम नहीं मिल रहे हैं। आज के समय में हर चीज पर मंहगाई है। दो वक्त की रोटी भी नसीब नहीं हो पा रही है। ऐसे में खेतीबाड़ी ही हमारा आसरा है और हमें इसमें से ही कुछ नहीं बच रहा तो हम कहां जांए।

-गोपाल सक्सेना, किसान।

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नई सरकार से हमें उम्मीदें थी कि वह किसानों के हित में जरूर सोचेगी। हमने भाजपा को वोट देकर पूर्ण बहुमत के साथ केंद्र तक पहुंचाया। सरकार उनके लिए कुछ नहीं कर रही है।

-सहदेव पासवान, किसान।

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