लीड: धुएं में उड़ गई पटाखा विरोधी मुहिम

जागरण टीम, मेवात : प्रकाश का पर्व दीपावली हर्ष और उल्लास के साथ मनाया गया। लोगों ने रंगोली, झालरो

By Edited By: Publish:Fri, 24 Oct 2014 05:05 PM (IST) Updated:Fri, 24 Oct 2014 05:05 PM (IST)
लीड: धुएं में उड़ गई पटाखा विरोधी मुहिम

जागरण टीम, मेवात : प्रकाश का पर्व दीपावली हर्ष और उल्लास के साथ मनाया गया। लोगों ने रंगोली, झालरों और लड़ियों से घर आंगन सजाकर दीप जलाए। दीपों की मधुर रोशनी से कोना-कोना जगमगा उठा, लेकिन आतिशबाजी पर लगी रोक पटाखों के धुएं में उड़ गई। कस्बे समेत गांवों में भी जमकर आतिशबाजी हुई।

गंगा जमुनी तहजीब भी आई नजर

अन्य त्योहारों व उत्सवों की तरह इस बार भी दीवाली पर मेवात में गंगा जमुनी तहजीब देखने को मिली। क्षेत्र में हिंदू-मुस्लिम भाइयों ने एक दूसरे को मिठाइयों का तोहफा देकर पूरे भाईचारे और शाति के साथ दीपावली की खुशिया मनाईं। मुस्लिम भाइयों ने भी इस मौके पर अपने हिंदू मित्रों को मुबारकवाद दी। फोन और एसएमएस से भी एक दूसरे को मुबारकवाद देने की होड़ लगी रही । मेवात के राष्ट्रवादी कवि इलियास ने भी हिदू भाइयों के बीच आकर दीपावली की मुबरारकवाद दी। दीपावली के अवसर पर अपने हिदू मित्रों को मिठाई बाटने की पहल करके मुझे बड़ा सुखद अहसास हुआ। फिरोजपुर झिरका क्षेत्र से निर्दल प्रत्याशी रहकर चुनाव हार कर नंबर दो पर रहे नेता मामन खान इजीनियर भी दीपावली के अवसर पर नगीना व फिरोजपुर दोनों कस्बों के बाजारों में पहुचे और एक-एक दुकान पर जाकर हरेक को दीपावली पर्व की शुभकामनाएं दीं।

प्रशासनिक आदेश की उड़ीं धज्जियां:

इस बार भी आतिशबाजी के धुंए में प्रशासनिक आदेश उड़ते नजर आए। लाख सहला, सुझाव, मनाही और रोक के बावजूद लोगों ने जमकर पटाखे छोड़े। पटाखों की बिक्री के लिए जिला प्रशासन द्वारा निर्धारित राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल का मैदान इस बार भी सूना ही रहा। एक भी दुकानदार ने वहा अपना स्टाल नहीं जमाया। जबकि प्रशासन द्वारा प्रतिबंधित भीड़भाड़ वाले मेन मार्केट में ही खुलेआम पटाखों की दुकानें चलती रहीं। उधर दीवाली के उत्साह में मस्त आतिशबाजों ने भी रात 10 बजे के बाद पटाखे ना चलाने के प्रशासनिक निर्देशों की जमकर अवहेलना की। आधी रात तक कानफोडू पटाखों की धूम मची रही। पटाखों के धुएं के असर से वातावरण में प्रदूषण का स्तर भी बढ़ा।

वटसएप्प व फेसबुक भी मनी दीपावली

लोगों ने अपने घर आंगन को सजाकर तो दीपावली मनाया ही, सोशल नेटवर्किंग साइटें भी इस त्योहार के रंग में रंगी नजर आई। फेसबुक और ह्वाट्सएप्प भी दीपावली संदेशों से पटे रहे। मोबाइल से एसएमएस का रंग इन दोनों साइटों के सामने फीका पड़ गया।

हारे नेताओं में नहीं दिखा उत्साह

विधानसभा चुनावों में हार का मुंह देखने वाले कई नेताओं के चेहरे पर दीपावली का उत्साह नहीं दिखा। इस बार इन नेताओं ने न तो किसी को बधाई दी और न ही कोई उपहार। यहां तक की उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं व साथियों को फोन या एसएमएस के जरिये भी बधाई नहीं दी।

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