कड़वाहट के आंदोलन में सौहार्द की मिठास

प्रदीप जांगड़ा, फतेहाबाद: दो दिनों से गांव बंद के आहवान के साथ किसानों ने असहयोग आंदोलन का बिगुल फ

By JagranEdited By: Publish:Sat, 02 Jun 2018 11:11 PM (IST) Updated:Sat, 02 Jun 2018 11:11 PM (IST)
कड़वाहट के आंदोलन में सौहार्द की मिठास
कड़वाहट के आंदोलन में सौहार्द की मिठास

प्रदीप जांगड़ा, फतेहाबाद:

दो दिनों से गांव बंद के आहवान के साथ किसानों ने असहयोग आंदोलन का बिगुल फूंक रखा है। व्यवस्था के साथ कड़वाहट ऐसी कि शुक्रवार को कई जगह यह आंदोलन ¨हसक हो गया। लेकिन इस आंदोलन का भी एक सुखद पक्ष रहा। कड़वाहट भरे इस आंदोलन में सौहार्द की मिठास घोलने वाले भी सामने आए।

फुलां गांव के किसानों ने विरोध का अनोखा रास्ता अपनाया। अनेक जगह सड़कों पर दूध बिखेरे जा रहे थे और इस गांव के समाजसेवी दूध बांट रहे थे। शनिवार को तो गांव बंद से दुखी लोगों के बीच खीर ही बांट दी।

दरअसल, वे सोशल मीडिया पर वायरल उन तस्वीरों से आहत हैं जिनमें आंदोलन की आड़ में ¨हसा हो रही है। इसलिए वे ¨हसा की बजाय प्रेम बांट रहे हैं। वे दूध सड़कों पर नहीं बिखेर रहे, बल्कि लोगों को पिला रहे हैं। आंदोलन के पहले दिन उन्होंने लोगों को मीठा कर दूध बांटा तो दूसरे दिन खीर बनाकर बांटी। फुलां गांव से रोजाना करीब आठ ¨क्वटल दूध शहर भेजा जाता है। दूधिये गांव से दूध एकत्र कर शहर सप्लाई करते हैं। लेकिन आंदोलन के चलते लोगों ने दूधियों को दूध डालना ही बंद कर रखा है। शुक्रवार को उन्होंने सारा उस जगह एकत्र किया, जहां किसान धरने पर बैठे थे। यहां पर दूध को गर्म किया और मीठा कर लोगों को पिलाया गया। शनिवार को उसी तरह फिर दूध एकत्र किया और लगभग तीन ¨क्वटल दूध से खीर बनाई गई। आंदोलनकारियों के साथ साथ राहगीरों ने भी खीर का आनंद लिया।

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आंदोलन को बदनाम करने की साजिश

आंदोलन की अगुवाई कर रहे कर्मवीर रणवा ने बताया कि जो लोग सड़कों पर ¨हसा कर रहे हैं, वे वास्तव में किसान नहीं हो सकते। वे तो असामाजिक तत्व हैं, जो आंदोलन को बदनाम करना चाहते हैं। इसलिए उन्होंने भारतीय किसान यूनियन के युवा जिला अध्यक्ष प्रदीप पोटलिया से बात की। प्रदीप पोटलिया ने सुझाव किया कि हमने कोई गलत कदम नहीं उठाना। दूध का अपमान नहीं करना। उन्होंने राहगीरों को दूध पिलाने व खीर खिलाने की सलाह दी।

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प्रदर्शन शांतिपूर्ण होना चाहिए

आंदोलन की अगुवाई कर रहे अन्य किसान रमेश देहडू और भूप ¨सह फगेड़िया ने बताया कि किसान के हित के लिए हम शांति पूर्ण प्रदर्शन करेंगे। हमारा उद्देश्य सिर्फ यह अहसास कराना है कि किसानों के सहयोग के बगैर व्यवस्था नहीं चल सकती। इसलिए किसानों के अनाज की उचित कीमत मिलनी चाहिए। हम किसी नागरिक को परेशान नहीं होने देंगे। इस मौके पर दलीप बाबल, भूप देहडू, राजबीर थालोड़, सनी दाहिया, दान ¨सह, महेंद्र, धर्मपाल आदि मौजूद थे।

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