दो दिन बंद रही मेरी फसल, मेरा ब्योरा पोर्टल, सात दिन बचे फसलों का पंजीकरण का समय

जागरण संवाददाता फतेहाबाद मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल को एनआइसी से रेलटेल क्लाउड सर्व

By JagranEdited By: Publish:Sun, 23 Jan 2022 10:23 PM (IST) Updated:Sun, 23 Jan 2022 10:23 PM (IST)
दो दिन बंद रही मेरी फसल, मेरा ब्योरा पोर्टल, सात दिन बचे फसलों का पंजीकरण का समय
दो दिन बंद रही मेरी फसल, मेरा ब्योरा पोर्टल, सात दिन बचे फसलों का पंजीकरण का समय

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :

मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल को एनआइसी से रेलटेल क्लाउड सर्वर पर शिफ्ट किया गया। ऐसे में पोर्टल दो दिनों तक बंद रहा। जिला प्रशासन की तरफ से पहले ही जानकारी दे दी गई थी, लेकिन अनेक किसानों को अब भी परेशानी का सामना करना पड़ा। जिले में अब पोर्टल फिर से शुरू हो गया है। ऐसे में किसान 31 जनवरी तक अपनी फसलों का पंजीकरण करवा सकते है। अगर उसके बाद कोई करवाता है तो यह मौका नहीं मिलेगा।

मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल के माध्यम से रबी फसल को समर्थन मूल्य पर बेचने के लिए किसानों का पंजीकरण किया जा रहा है। इसके अलावा भी विभिन्न योजनाओं को भी इस पोर्टल से जोड़ा गया है। सभी किसान 31 जनवरी तक मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर अपना पंजीकरण करवा दें। केंद्र व राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं को भी इस पोर्टल के माध्यम से ही लागू किया जा रहा है। पहले पिछले साल 31 दिसंबर का समय दिया था। लेकिन पोर्टल न चलने के कारण एक महीने का समय बढ़ा दिया गया था। जिले में अब भी 40 प्रतिशत किसानों ने पंजीकरण नहीं करवाया है। फसलों के पंजीकरण के लिए ये चाहिए दस्तावेज

-आवेदक किसान का आधार कार्ड।

-रिहायसी प्रमाण-पत्र।

-मोबाइल नंबर जो पोर्टल पर पंजीकरण के समय दर्ज कराना है।

-जमीन की जानकारी के लिए नकल की कापी / फर्द की कापी से अपना मुरब्बा नंबर खसरा नंबर।

-बैंक की पासबुक की कापी। जिले में फसलों का ये है क्षेत्रफल

फसल रकबा

गेहूं 1.84 लाख हेक्टेयर

सरसों 23 हजार हेक्टेयर

जौ 5 हजार हेक्टेयर

चना 2 हजार हेक्टेयर पिछले दो दिनों तक पोर्टल बंद रहा था, लेकिन अब पोर्टल चल रहा है। ऐसे में किसान जल्द से जल्द अपनी फसलों का पंजीकरण करवा ले। पंजीकरण के बाद ही फसलों की खरीद की जाएगी। पिछले साल पंजीकरण न होने के कारण अनेक किसानों को परेशानी आई थी। पहले 31 दिसंबर का समय दिया गया था, लेकिन एक महीने के लिए बढ़ा दिया था। अब केवल सात दिन ही बचे है।

डा. राजेश कुमार, उपनिदेशक कृषि एवं कल्याण विभाग।

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