हर बार सरकार का बना विधायक, फिर भी पानी निकासी की समस्या नहीं हुई दूर

पंजाब व हरियाणा क्षेत्र के लोगों को शहर से जोडऩे वाले एक मुख्य मार्ग मिलन चौक जोकि वर्षों से बरसाती पानी का दंश झेल रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 07:10 AM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 07:10 AM (IST)
हर बार सरकार का बना विधायक, फिर भी पानी निकासी की समस्या नहीं हुई दूर
हर बार सरकार का बना विधायक, फिर भी पानी निकासी की समस्या नहीं हुई दूर

संवाद सहयोगी, फतेहाबाद :

पंजाब व हरियाणा क्षेत्र के लोगों को शहर से जोडऩे वाले एक मुख्य मार्ग मिलन चौक जोकि वर्षों से बरसाती पानी का दंश झेल रहा है। कई सरकारें आई और इस समस्या के समाधान के प्रयास किए, लेकिन इस समस्या को जड़ से खत्म नहीं कर पाई। हर सरकार में टोहाना का विधायक सरकार में रहा। इस समस्या के समाधान को लेकर बनाई गई योजनाएं भी सफल न होने पर यह केवल मिलन चौक वासियों के लिए ही नहीं बल्कि रामनगर व पुरानी सब्जी मंडी वासियों के लिए भी बरसाती पानी निकासी की यह समस्या हर साल बरसात के दिनों में नासूर बन जाती है। जिससे इस क्षेत्र के लोग परेशानी झेलते आ रहे हैं। जुलाई माह में जब मानसून के दौरान बादल गरजते हैं तो इस क्षेत्र के लोग जलभराव समस्या को लेकर सहम जाते है।

लगभग छह वर्ष पूर्व इस मार्ग पर स्थापित कक्कड़ अस्पताल के संचालकों को भी बरसाती पानी की निकासी के पुख्ता प्रबंध ना होने के कारण न्यू गुप्ता कालोनी में तबदील करना पड़ा। वहीं चार वर्ष पूर्व गोयल सैनेटरी सहित कई संस्थान यहां से पलायन कर अन्य मार्गों पर अपना कारोबार जमाए हुए हैं। क्षेत्र वासियों को इस बात का इंतजार है कि कब उनके क्षेत्र से यह समस्या जड़-मूल से खत्म हो सकेगी। जबकि मौजूदा विधायक देवेंद्र बबली के प्रयासों से शहर के बरसाती पानी की निकासी के लिए 34 करोड़ रूपये मंजूर हुए थे, उसपर भी अभी कोई कार्य शुरू नहीं किया गया। यहां लगभग 30 वर्ष पूर्व यहां बेकरी का काम शुरू किया था। हर वर्ष बरसात के दिनों में यहां बरसाती पानी जमा रहने से उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है। जबकि उन्होंने अपनी-अपनी दुकानों के फर्श भी उंचे उठा लिए है, फिर भी बरसाती पानी दुकान में घुस जाता है। वहीं जलभराव के कारण उनका कारोबार तक ठप हो जाता है। उनका कहना है कि प्रशासन इस समस्या का पुश्ता तौर पर समाधान करें।

नरेश अरोड़ा, बेकर्ज, मिलन चौक, टोहाना। बरसात के दिनों में बरसाती पानी उनके लिए कहर बन जाता है। जिसके कारण उनके मकानों में सेम की समस्या पैदा हो जाती है। वहीं बरसाती पानी मकानों की नीवों में भी जाने का भय सताने लगता है। वहीं बरसाती पानी के कारण मच्छरों की भरमार हो जाती है जोकि डेंगू जैसी खतरनाक बीमारियों को जन्म देकर मौत का कारण भी बन जाती है। जबकि सीवरेज का गंदा पानी आवरफ्लों होकर सड़कों पर फैल जाता है, जिससे वातावरण में बदबू का आलम छाया रहता है। प्रशासन इस क्षेत्र की समस्या को लेकर कड़े कदम उठाये ताकि क्षेत्र के लोग नारकीय जीवन जीने से निजात पा सके।

- विनस भाटिया, साइकिल विक्रेता टोहाना। बरसात के दिनों में मिलन चौक का क्षेत्र नरक समान बन जाता है। जिसके कारण लोगों का इस मार्ग से आना-जाना भी बंद हो जाता है। वहीं इस मार्ग से गुजरने वाले वाहन इस मार्ग में बने अनेक गड्ढों के कारण हादसों का शिकार बन जाते हैं। इस मार्ग पर सरकारी कन्याओं का स्कूल, गुरु रविदास सत्संग भवन, बड़ी हनुमान मूर्ति धर्मशाला व मंदिर, देरेवाल धर्मशाला, कुटिया शांत सरोवर, पीर की दरगाह, गुरु द्वारा बाबा बंदा बहादुर टिकाना साहिब सहित अनेक धार्मिक व शिक्षण संस्थान मौजूद है, लेकिन किसी भी सरकार व प्रतिनिधि ने इस समस्या का स्थाई समाधान नहीं करवाया।

: विनोद महक, न्यू महक ब्यूटी पार्लर इस मार्ग व सड़क की हालत भी दयनीय बनी हुई है। जिसके कारण बरसात के दिनों में यह गड्ढे बरसाती पानी में दिखाई नहीं देते जिसके कारण अनेक वाहन हादसों का शिकार बन जाते हैं। वहीं रात के समय विद्युत निगम द्वारा बिजली आपूर्ति बंद कर देने से अंधकार के दौरान भी हादसे होने का भय बना रहता है। प्रशासन द्वारा समय-समय पर सीवरेज की सफाई के पुख्ता प्रबंध किये जाने चाहिए, वहीं सड़कों पर लगे कचरे के ढेरों को हटाया जाना चाहिए। क्योंकि यह कचरा सीवरेज को जाम करने में मदद करता है। इसके अलावा बरसाती पानी दुकानों के साथ-साथ घरों में दाखिल होकर कीमती सामान को नष्ट कर देता है। वहीं कारोबार भी खत्म हो जाता है। सरकार को इन सभी समस्याओं के स्थाई समाधान की कारगर योजना बनाकर इसका समाधान करना चाहिए।

- राजीव शर्मा, शिक्षक मिलन चौक सहित शहर के अन्य क्षेत्रों में पानी निकासी के लिए सरकार द्वारा 34 करोड़ रुपये मंजूर करने के उपरांत इस कार्य के टेंडर हो चुके है और इसका वर्क आर्डर भी हो चुका है। जिसका कार्य अगस्त माह में शुरू होने की पूरी संभावना है। टोहाना क्षेत्र का बरसाती पानी बड़ी पाईप लाइने डालकर रंगोई नाले में डाला जाएगा। उसके बाद शहर में जलभराव की समस्या लगभग समाप्त हो जाएगी।

- आदर्श सिगला, कार्यकारी अभियंता, जन स्वास्थ्य विभाग टोहाना।

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