बच्चे चलने से कतराते थे, वहां कर दी हरियाली, बदल दिया स्कूल का नक्शा

जागरण संवाददाता फतेहाबाद रतिया से सात किलोमीटर दूर गांव जल्लोपुर का प्राइमरी स्कूल। विद्य

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Sep 2019 01:50 AM (IST) Updated:Wed, 04 Sep 2019 06:36 AM (IST)
बच्चे चलने से कतराते थे, वहां कर दी हरियाली, बदल दिया स्कूल का नक्शा
बच्चे चलने से कतराते थे, वहां कर दी हरियाली, बदल दिया स्कूल का नक्शा

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : रतिया से सात किलोमीटर दूर गांव जल्लोपुर का प्राइमरी स्कूल। विद्यार्थी एक चलते समय कतराते थे और यहां पर हर समय धूल का उड़ना व दीवारों पर कालापन बदत्तर हालात में शामिल था। किसी ने सोचा भी नहीं था, यहां पर कई पार्क होंगे और विद्यार्थी यहां लगे झूलों में खेलेंगे और स्मार्ट क्लास रूम में पढ़ेंगे। लेकिन शिक्षक राजकुमार सहारण ने सच कर दिखाया है। सहयोग के लिए ग्राम पंचायत के आगे आने के बाद तीन साल की मेहनत से स्कूल इस कद्र बदला कि ये प्राइवेट स्कूलों को भी पछाड़ रहा है। स्कूल के स्मार्ट क्लास रूम, सीसीटीवी, पांच पार्क, झूले, खेल के मैदान, दीवारों पर चित्रकारी इसकी निशानी बन चुके हैं। यहां के विद्यार्थियों से लेकर शिक्षक तक ड्रेस कोड में आते हैं। स्कूल फतेहाबाद जिले में सौन्दर्यकरण में प्रथम आ चुका है।

शिक्षक राजकुमार सहारण शिक्षा विभाग में 2009 में ज्वानिग के बाद करीब सात साल तक गांव ढांड के प्राइमरी स्कूल में रहे। यहां भी अपने प्रयास से स्कूल का नक्शा बदला। करीब तीन साल पहले गांव ढांड से जल्लोपुर के राजकीय प्राथमिक पाठशाला में ट्रांसफर होकर पहुंचे तो हालात ऐसे थे कि यहां कार्यालय तक नहीं था। स्कूल परिसर में खाली जमीन के अलावा कुछ नहीं था। दीवारों की हालत भी खस्ता थी। स्कूल के नक्शा बदलने की ठानी। अन्य शिक्षकों को साथ लेकर इसकी शुरूआत खुद से की। शिक्षक खुद कस्सी लेकर नक्शा बदलने में जुटे। सबसे पहले क्लास रूम में चले रहे आफिस का अलग से कार्यालय तैयार किया गया। स्कूल में सीसीटीवी कैमरें लगवाए। शिक्षकों ने खुद ड्रेस कोड लागू करके विद्यार्थियों के सामने उदाहरण पेश किया। शिक्षकों के हौसले को देखते हुए गांव के सरपंच अनूप गोदारा आगे आए और उसके बाद करीब 15 लाख रुपये खर्च कर स्कूल का नक्शा बदल दिया। स्कूल में करीब साढ़े चार लाख रुपये झूले भी लगाए गए हैं।

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पांच पार्क व स्मार्ट क्लास रूम में पढ़ते हैं विद्यार्थी :

राजकीय प्राथमिक पाठशाला जल्लोपुर की कक्षा पहली से पांचवीं तक के विद्यार्थी स्मार्ट क्लास रूम में पढ़ते हैं। इसके अलावा विद्यार्थी सीसीटीवी की निगरानी में रहते हैं। स्कूल करीब एक एकड़ में बना हुआ है। शिक्षकों ने खुद के प्रयास से पांच पार्क तैयार किए। इसके अलावा सभी रास्तों को इंटरलोकिग से पक्का करवाया।

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शिक्षकों के प्रयास बदला स्कूल का नक्शा : सरपंच

शिक्षक स्कूल की दशा बदलने के लिए आगे आए तो ग्राम पंचायत भी आगे आई। स्कूल में रंगरोगन व चित्रकारी करवाई गई है। इसके अलावा इंटरलोकिग लगवाई गई है, झूले भी लगाए गए है।। करीब 15 लाख रुपये खर्च आया है।

अनूप गोदारा

सरपंच, गांव जल्लोपुर

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ग्राम पंचायत व अन्य शिक्षकों के सहयोग से स्कूल का नक्शा बदला है। जहां हम विद्यार्थियों को ज्ञान देते हैं वहां का माहौल ठीक होना जरूरी है। इसी सोच के साथ आगे बढ़े। जिसका परिणाम यह है कि जिला में स्कूल को सौंदर्यकरण में प्रथम पुरस्कार मिल चुका है।

खुद को 3 फरवरी 2019 को नवोदय क्रांति स्टेट अवार्ड से सम्मानित कर चुका है।

राजकुमार सहारण

शिक्षक, राजकीय प्राथमिक पाठशाला जल्लोपुर, फतेहाबाद

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