बार के मुख्य चुनाव अधिकारी ने ही लगाए गड़बड़ी के आरोप

फरीदाबाद में पांच अप्रैल को हुए जिला बार एसोसिएशन के चुनाव में गड़बड़ी का आरोप लगाया जा रहा है। चुनाव में नियुक्त किए गए मुख्य निर्वाचन अधिकारी निर्दोष गुर्जर की ओर से बार काउंसिल को इस बारे में एक शिकायत भी दी गई है। निर्दोष गुर्जर बार के तत्कालीन प्रधान बॉबी रावत जोगेंद्र नरवत ने संयुक्त रूप से नीलम-बाटा रोड स्थित एक होटल में पत्रकार वार्ता आयोजित की।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 08 Apr 2019 07:46 PM (IST) Updated:Tue, 09 Apr 2019 06:40 AM (IST)
बार के मुख्य चुनाव अधिकारी ने 
ही लगाए गड़बड़ी के आरोप
बार के मुख्य चुनाव अधिकारी ने ही लगाए गड़बड़ी के आरोप

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : पांच अप्रैल को हुए जिला बार एसोसिएशन के चुनाव में नियुक्त किए गए मुख्य निर्वाचन अधिकारी निर्दोष गुर्जर ने ही मतदान में गड़बड़ी का आरोप लगाया है। इस चुनाव में सतेंद्र भड़ाना एडवोकेट को प्रधान निर्वाचित घोषित किया गया था।

सोमवार को एक पत्रकार वार्ता में निर्दोष गुर्जर, बार के निवर्तमान प्रधान बॉबी रावत, जोगेंद्र नरवत एडवोकेट ने संयुक्त रूप से कहा कि उनकी ओर से बार काउंसिल को इस बारे में एक शिकायत भी दी गई है। निर्दोष गुर्जर ने कहा कि चुनाव के दौरान उन्हें बीच में ही जबरन हटा दिया गया था, बाकी चुनाव दो निर्वाचन अधिकारियों ने कराया था। आरोप है कि इस दौरान फर्जी वोट भी डाले गए, रोकने पर धमकी दी गई। इसकी शिकायत तुरंत बार काउंसिल से की गई थी, जिसके बाद एक स्टे ऑर्डर आ गया। इसे लागू कराने के लिए जिला प्रशासन व पुलिस आई, पर वकीलों का एक गुट अड़ गया और मतपेटियां नहीं ले जाने दी। इस दौरान परिणाम भी घोषित कर दिए गए, जिन पर उनके साइन नहीं हैं। इस बारे में रविवार को उन्होंने सभी जरूरी साक्ष्य बार काउंसिल के समक्ष पेश कर दिए हैं। उनका दावा है कि काउंसिल की ओर से एक नोटिस जारी किया गया है जिसमे दूसरे गुट के वकीलों को 14 अप्रैल को अपना पक्ष रखना है। इतना ही नहीं नोटिस में पुरानी बार को भी अपना कामकाज करते रहने के लिए कहा गया है।

चुनाव निष्पक्ष हुआ है। कहीं गड़बड़ी हुई ही नहीं है। मैंने नवनियुक्त पूरी बार के साथ शनिवार को कार्यभार संभाल लिया है। हमने काम शुरू कर दिया है। चुनाव में हार एक पक्ष को पच नहीं रही, इसलिए यह आरोप लगाए जा रहे हैं। प्रशासन ने मतपेटी कब्जे में लेकर खुद मतगणना कराई और परिणाम सभी के सामने आए हैं। हमें बार काउंसिल की ओर से नोटिस नहीं मिला है। अगर कोई नोटिस आएगा तो उसका जवाब दिया जाएगा। -सत्येंद्र भड़ाना, नवनियुक्त प्रधान, जिला बार एसोसिएशन। बार काउंसिल ने हमें नहीं सुना और एक तरफा नोटिस दे दिया। पहले भी हुए चुनाव में बड़ी संख्या में बाहरी वोटर थे, उन्हें तो बाहर नहीं किया गया और अब जब असलियत में जिला अदालत में अभ्यास करते हैं, उन्हें नहीं मान रहे हैं। भाईचारा जरूरी है, इसलिए विवाद आगे नहीं बढ़ाना चाहिए। बार काउंसिल के समक्ष हम अपना पक्ष पूरे साक्ष्यों के साथ रखेंगे।

-ओपी शर्मा, पूर्व वाइस चेयरमैन बार काउंसिल।

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