बैंकों की हड़ताल का दूसरा दिन, परेशान रहे लोग, आनलाइन बैंकिग बनी सहारा

फोटो 01 बीड्ब्ल्यूएन 05 की सीरीज जागरण संवाददाता भिवानी बैंकों की हड़ताल दूसरे दिन भी

By JagranEdited By: Publish:Sat, 01 Feb 2020 07:12 PM (IST) Updated:Sun, 02 Feb 2020 06:15 AM (IST)
बैंकों की हड़ताल का दूसरा दिन, परेशान रहे लोग, आनलाइन बैंकिग बनी सहारा
बैंकों की हड़ताल का दूसरा दिन, परेशान रहे लोग, आनलाइन बैंकिग बनी सहारा

फोटो 01 बीड्ब्ल्यूएन 05 की सीरीज

जागरण संवाददाता, भिवानी :

बैंकों की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही। दूसरे दिन 200 करोड़ रुपये से ज्यादा का बैंकों का लेनदेन प्रभावित रहा। बैंकों में लोग पहुंचे लेकिन उनको हड़ताल के चलते निराशा हाथ लगी। लोगों को ऑनलाइन बैंकिग का सहारा लेना पड़ा। रुपये निकालने के लिए लोग एटीएम के चक्कर लगाते रहे लेकिन ज्यादातर एटीएम भी खाली रहे। बैंकों के सामने पट्टी लटकी रही कि आज हड़ताल है। वहीं लंबित मांगों को लेकर बैंक कर्मचारियों और अधिकारियों ने घंटाघर के समीप एकत्रित होकर धरना प्रदर्शन किया और शहर में जुलूस निकाला व नारेबाजी की।

शनिवार को बैंक कर्मचारियों ने नई पेंशन योजना की जगह पुरानी पेंशन लागू करने, अधिकारियों की कार्य अवधि निश्चित करने, सार्वजनिक उपक्रमों का निजीकरण बंद किए जाने सहित अन्य मांगों को पूरा करने की मांग को लेकर बैंक कर्मचारियों व अधिकारियों ने घंटाघर एसबीआई बैंक शाखा के सामने यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियनस के बैनर तले सभी बैंकों के कर्मचारियों व अधिकारियों ने धरना प्रदर्शन किया व शहर में जुलूस निकाला। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व राज्य प्रधान कंवर सिंह यूको बैंक ने किया।

प्रदर्शनकारियों ने नई पेंशन योजना की जगह पुरानी पेंशन लागू करने, अधिकारियों की कार्य अवधि निश्चित करने, सार्वजनिक उपक्रमों का निजीकरण बंद करने, जानबूझकर कर्ज ना चुकाने वाले कारपोरेट घरानों से एनपीए हुए ऋणों को वसूली के लिए सरकार द्वारा कानून बनाए जाने, आउट सोर्सिंग बंद करने, समान काम समान वेतन दिए जाने, पुरानी पेंशनर्ज की पेंशन में संशोधन किए जाने, पारिवारिक पेंशन सुधार किए जाने, 5 दिवसीय कार्यदिवस किए जाने सहित अन्य मांगों को पूरा करने की मांग की। लंबित मांगें जल्द पूरा नहीं की तो 11 से 13 मार्च को होगी हड़ताल

दो दिवसीय हड़ताल के दूसरे दिन सभी कर्मचारियों एवं अधिकारियों ने सरकार व बैंकों के आला अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी उक्त समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान नहीं हुआ तो मार्च में तीन दिवसीय हड़ताल जो कि 11 से 13 मार्च व 1 अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। जिसकी जिम्मेवारी सरकार की होगी। इस अवसर पर वासुदेव शर्मा, सत्यशील कौशिक, का. औम प्रकाश, कंवर सिंह, योगेश महता, रतिराम, अजीत सिंह, मंदीप, संदीप, सोनू, सचिन दुआ, बुलाकीराम अरोड़ा, प्रवीण, पुनीत, संदीप चौधरी, अंकुश, उमेश, सेवानिवृत कर्मचारी राम कुमार वर्मा, चिरजीलाल सहित अनेक बैंक कर्मचारी एवं अधिकारी उपस्थित थे। आनलाइन बैंकिग बनी सहारा ज्यादातर एटीएम खाली

दो दिन की हड़ताल का असर एटीएम पर भी दिखा। ज्यादातर एटीएम खाली होने से लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी। लोगों को ऑनलाइन बैंकिग का सहारा लेना पड़ा। नेट बैंकिग का प्रयोग करने वालों से भी लोगों ने सेवाएं लेनी पड़ी। शहर सचिन और विक्की ने बताया कि बैंक बंद होने के चलते उनको आनलाइन अपने साथी के पास रुपये भेजने पड़े। हड़ताल के चलते बैंकों का लेनदेन प्रभावित होता है। एक अनुमान के मुताबिक 150 से 200 करोड़ रुपये का लेनदेन प्रभावित हो सकता है। वैसे निजी बैंक हड़ताल में शामिल नहीं हैं। ग्रामीण बैंक भी हड़ताल पर नहीं हैं।

बलविद्र सिंह धींगड़ा, एलडीएम

पंजाब नेशनल बैंक।

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