आंगनबाड़ी महिलाएं नहीं करेंगी बेगार : किताब कौर

जागरण संवाददाता, भिवानी : आंगनबाड़ी महिलाएं बेगार व शोषण बर्दास्त नहीं करेगी। यह बात आंगनबाड़ी वरकर्स

By Edited By: Publish:Fri, 04 Sep 2015 11:32 PM (IST) Updated:Fri, 04 Sep 2015 11:32 PM (IST)
आंगनबाड़ी महिलाएं नहीं करेंगी बेगार : किताब कौर

जागरण संवाददाता, भिवानी : आंगनबाड़ी महिलाएं बेगार व शोषण बर्दास्त नहीं करेगी। यह बात आंगनबाड़ी वरकर्स एंड हैल्पर्स यूनियन के जिला स्तरीय प्रतिनिधि मण्डल ने उपायुक्त भिवानी को एक लिखित ज्ञापन देकर कही। इस प्रतिनिधिमंडल में सभी ब्लॉकों से महिला नेत्रियां शामिल थी। किताबकौर, राजबाला, कमलेश, मंजू, सुनीता, कविता के नेतृत्व में 15 सदस्यीय यूनियन प्रतिनिधिमंडल ने उपायुक्त साकेत कुमार को बताया कि वे आंगनबाड़ी महिलाओं के उपर तानाशाही पूर्ण तरीके से बेगार पर बेगार थोंपी जा रही है। अभी हाल ही में गांव-गांव शौचालयों संबंधी सर्वे का काम हम आंगनबाड़ी महिलाओं पर थोप दिया गया है, जबकि हम आंगनबाड़ी महिलाएं ऐसी बेगार करने से साफ इंकार कर चुकी थी। क्योंकि इस काम के बदले मे हमें कुछ नहीं मिलने वाला है और न ही हमारे पास इतना समय बचता है कि हम ऐसे बेगार के फालतू काम कर सके। महिला एवं बाल विकास के केन्द्रीय मंत्रालय की तरफ से हमें सिर्फ आइसीडीएस की तरफ से दिये गये छ: कार्य ही करने होते हैं और इन्हीं का हमें पैसा मिलता है। विभाग के उच्च अधिकारियों की तरफ से हमें यहीं हिदायत है कि हम इन छह कार्यो के अलावा और कोई कार्य हम नहीं करेगी। शौचालय संबंधी सर्वे के काम को हम आंगनबाड़ी महिलाओं ने लेने से साफ इंकार कर दिया था और इससे संबंधित कागज व रजिस्टर हमनें लेने से मना कर दिया था तो भी सीडीपीओ की तरफ से राशन सप्लाई के साथ इस सर्वे संबंधी कागजात व रजिस्टर हमारे पास जबरदस्ती भेज दिये गए। उच्च अधिकारियों के ऐसे तानाशाही आदेशों पर यूनियन ने आश्चर्य प्रकट किया है और कहा है कि यह बेगार व तानाशाही फरमान चाहे सरकार द्वारा थोपा गया हो चाहे प्रशासन द्वारा यह बिल्कूल भी बर्दास्त नहीं किया जायेगा। चाहे हमें इसकी कुछ भी कीमत चुकानी पड़े।

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