वेस्ट जुआं ड्रेन प्रोजेक्ट में चल रही धांधली की जांच करेंगे पीडब्ल्यूडी के एसई, उपायुक्त ने दिए आदेश
वेस्ट जुआं ड्रेन प्रोजेक्ट में चल रही धांधली की जांच करेंगे पीडब्ल्यूडी के एसई उपायुक्त ने दिए आदेश
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़: वेस्ट जुआं ड्रेन के प्रोजेक्ट में चल रही धांधली व इसके विकास कार्यो की लगातार मॉनिट¨रगके लिए उपायुक्त ने लोक निर्माण विभाग के अधीक्षक अभियंता (एसई) की जिम्मेदारी लगाई है। वह जांच करेंगे। दैनिक जागरण की खबर पर संज्ञान लेते हुए उपायुक्त ने ये आदेश जारी किए हैं। उपायुक्त ने ड्रेन प्रोजेक्ट के कार्यो की जांच के लिए एसई के नेतृत्व में पांच सदस्यीय कमेटी का भी गठन किया है। इस कमेटी को ड्रेन के कार्यो में गुणवत्ता बनाए रखने व समय पर कार्य को पूरा करने की भी जिम्मेदारी दी है। साथ ही नियमित मॉनिट¨रग और सैंप¨लग करने के भी आदेश हैं। इसके अलावा अब तक ड्रेन के कार्यो में जो भी आरोप लगे हैं उनकी जांच करके जल्द से जल्द रिपोर्ट और हर 15 दिन में प्रगति रिपोर्ट उपायुक्त कार्यालय में भेजने के लिए भी कमेटी की जिम्मेदारी लगाई गई है। जागरण ने सैंपल लेने की कार्रवाई पर उठाए थे सवाल दरअसल, 6 व 9 फरवरी के अंक में दैनिक जागरण की ओर से वेस्ट जुआं ड्रेन के अलाइनमेंट में फेरबदल करने व सैंपल लेने की कार्रवाई पर सवाल उठाए थे। खबर प्रकाशित होते ही नगर परिषद व प्रशासन में खलबली मच गई थी। इसी के चलते गत दिनों नप चेयरपर्सन शीला राठी ने सैंपल लेने की कार्रवाई की थी और अब नियमित सैंप¨लग के भी आदेश दिए गए हैं। उपायुक्त ने बनाई यह कमेटी:
लोक निर्माण विभाग के एसई चेयरमैन
लोक निर्माण विभाग के बहादुरगढ़ एक्सइएन सदस्य
कार्यकारी अधिकारी नगर परिषद बहादुरगढ़ सदस्य
परिषद अभियंता, नगर परिषद बहादुरगढ़ सदस्य
सेक्शन आफिसर, नगर परिषद बहादुरगढ़ सदस्य -----ड्रेन के अलाइनमेंट की भी होगी जांच
वेस्ट जुआं ड्रेन के अलाइनमेंट की भी जांच होगी। इसके लिए एसडीएम जगनिवास ने अलग से एक कमेटी बनाई है। इस कमेटी में लोक निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता, नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी, नायब तहसीलदार व कानूनगो शामिली किया गया है, जो पैमाइश व ड्राइंग के आधार पर ड्रेन की अलाइनमेंट की जांच करेंगे। ---मापदंड के अनुसार नहीं बिछाया जा रहा सरिये का जाल वेस्ट जुआं ड्रेन के प्रोजेक्ट जहां करीब 10 फीट चौड़ा नाला आरसीसी का बनाया जा रहा है वहीं इसके साथ दोनों ओर 20-20 फीट चौड़ी सड़क भी बनाई जा रही हैं। गत दिनों चेयरपर्सन शीला राठी के दौरे के दौरान तकनीकी अधिकारियों ने एक और खामी पकड़ी है। दरअसल, 20 फीट की इस सड़क को 10-10 फीट करके दो हिस्सों में बनाया जा रहा है। इनमें सरियों का जाल भी बिछाया जाता है। नियम के अनुसार सरिये के काल पूरे 20 फीट की सड़क पर ही बिछाया जाना चाहिए या फिर 10-10 फीट का जाल बनाया जाता है तो दूसरे 10 फीट के रोड के सरिये के जाल को पहले वाले रोड के जाल में मिक्स करना चाहिए। लेकिन मौके पर यह नहीं हो रहा था। तकनीकी अधिकारियों ने दोनों सड़कों में सरिये के जाल को आपस में मिलाने के आदेश दिए हैं। ¨सचाई विभाग से सेवानिवृत्त एसडीओ जयपाल सांगवान के अनुसार अगर एक ही रोड को दो हिस्सों में बनाया जाता है और उसमें सरिये के जाल को आपस में नहीं मिला जाता है तो यह रोड वाहनों का प्रेशर सहन नहीं कर पाएगा और जल्द ही टूट जाएगा। ---भाजपा के मनोनीत पार्षद पालेराम शर्मा ने भी उठाए सवाल, पार्षदों की निगरानी कमेटी की देखरेख में होना चाहिए ड्रेन का सारा कार्य
भाजपा के मनोनीत पार्षद पालेराम शर्मा ने भी ड्रेन के कार्याें पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि यह ड्रेन जिस-जिस वार्ड से गुजरती है उन वार्डो के पार्षदों की एक निगरानी कमेटी बनाई जाए। यह निगरानी कमेटी हर रोज यहां होने वाले कार्याें की जांच करे, ताकि ड्रेन के कार्य में गुणवत्ता बनाई रखी जा सके। ---वेस्ट जुआं ड्रेन प्रोजेक्ट की जांच करने के डीसी के आदेश मुझे मिल गए हैं। बहुत जल्द ही कमेटी के सदस्यों व अन्य अधिकारियों को साथ लेकर मैं ड्रेन के कार्यो की जांच करूंगा और भविष्य में होने वाले कार्याें का भी निरीक्षण करूंगा। साथ ही इस ड्रेन का समय पर काम निपटे इसके लिए भी समय-समय पर प्रगति रिपोर्ट ठेकेदार से ली जाएगी। काम में तेजी लाई जाएगी।
------बलराज ¨सह, एसई, पीडब्ल्यूडी विभाग, झज्जर।