किसान आंदोलन : सुबह-शाम घंटों में तैयार होती थी रोटी, अब लगाई मशीन से मिनटों में बन रही सैकड़ों रोटियां

अब रोटियां तैयार करने के लिए यहां पर मशीनें बढ़ाई जा रही हैं

By JagranEdited By: Publish:Tue, 12 Jan 2021 08:56 AM (IST) Updated:Tue, 12 Jan 2021 08:56 AM (IST)
किसान आंदोलन : सुबह-शाम घंटों में तैयार होती थी रोटी, अब लगाई मशीन से मिनटों में बन रही सैकड़ों रोटियां
किसान आंदोलन : सुबह-शाम घंटों में तैयार होती थी रोटी, अब लगाई मशीन से मिनटों में बन रही सैकड़ों रोटियां

अब रोटियां तैयार करने के लिए यहां पर मशीनें बढ़ाई जा रही हैं फोटो-14,15,16 व 17: जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :

किसान आंदोलन में अब तकनीक और मशीनों का इस्तेमाल बढ़ रहा है। लंगरों में ज्यादा मात्रा में खाना तैयार करना किसानों के लिए भी चुनौती बन रहा था। ऐसे में अब रोटियां तैयार करने के लिए यहां पर मशीनें बढ़ाई जा रही हैं। आंदोलन के बीच कई जगहों पर मशीनें लग चुकी हैं। पंडित श्रीराम शर्मा मेट्रो स्टेशन के पास सोमवार को दो मशीन लगाई गई। एक में आटा गूंथा जा रहा था। दूसरी में यह गूंथा हुआ आटा डालकर तैयार रोटियां निकाली जा रही थी। दरअसल, ठंड के चलते सुबह शाम भारी मात्रा में आटा गूंथने और रोटी तैयार करना किसानों के लिए भी चुनौती है। इस कारण से यहां पर मशीनों की संख्या बढ़ाई जा रही है। बढ़ते जा रहे हैं ट्रैकिग टेंट :

किसानों के सोने के लिए आंदोलन स्थल पर ट्रैकिग टेंट भी बढ़ते ही जा रहे हैं। कुछ किसान दिल्ली जाकर इन्हें खरीदकर ला रहे हैं। कुछ तक ये संगठनों द्वारा पहुंचाए जा रहे हैं। शुरूआत में पंजाब विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने इस तरह के टेंट मंगवाए थे, मगर अब बाईपास, आधुनिक औद्योगिक क्षेत्र के अलावा दिल्ली की सीमा में स्थित पेट्रोल पंपों पर भी इस तरह के टेंट देखे जा रहे हैं। ये ठंड के साथ ही बारिश से बचाव में भी कारगर हैं। इसे फोल्ड किया जाता है और कम जगह में ही इस्तेमाल किया जाता है। ट्रेनों से किसानों के आने-जाने का दौर जारी :

दिल्ली-रोहतक रेलमार्ग पर अभी तीन-चार एक्सप्रेस ट्रेनें चल रही हैं। पंजाब की ओर जाने वाली ट्रेनों से किसानों के वापस लौटने और यहां आने का दौर जारी है। अभी ट्रेनों का सफर आरक्षित टिकट पर ही हो रहा है।

chat bot
आपका साथी