नगर निगम के पार्कों में जल संचय के लिए नहीं लगे रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम

शहर में नगर निगम के पार्को में जल संचय के लिए रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम तक नहीं है। ऐसे में बारिश का पानी पार्को में बर्बाद हो रहा है। हालांकि कुछ पार्को में रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम लगे हैं जो लंबे समय से खराब हैं। इस वजह से पार्को में बारिश का पानी संचय नहीं हो रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 18 Jul 2020 07:00 AM (IST) Updated:Sat, 18 Jul 2020 07:00 AM (IST)
नगर निगम के पार्कों में जल संचय के लिए नहीं लगे रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम
नगर निगम के पार्कों में जल संचय के लिए नहीं लगे रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम

फोटो संख्या 18

-शहर में नगर निगम के करीब 120 पार्क हैं, इनकी निगम देखभाल करता है

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर:

शहर में नगर निगम के पार्को में जल संचय के लिए रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम तक नहीं है। ऐसे में बारिश का पानी पार्को में बर्बाद हो रहा है। हालांकि कुछ पार्को में रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम लगे हैं, जो लंबे समय से खराब हैं। इस वजह से पार्को में बारिश का पानी संचय नहीं हो रहा है।

मालूम हो कि भूमिगत जलस्तर बनाए रखने के लिए जल संचय के लिए रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम लगाए जाते हैं। इसके माध्यम से बारिश का पानी सीधे भूमि में पहुंचा दिया जाता है। इससे भूमिगत जलस्तर बना रहता है। लेकिन नगर निगम भूमिगत जलस्तर को लेकर गंभीर नहीं है। शहर में नगर निगम के करीब 120 पार्क बने हैं। इसमें करीब 15 से 20 पार्क में रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम लगे हैं, जो खराब पड़े हैं। इस वजह से पार्को में बारिश के पानी को संचय के लिए व्यवस्था तक नहीं है। बारिश का पानी सीधे नाले और नालियों में गिराया जा रहा है। इसके विपरीत मुख्यालय के भी आदेश है कि हर पार्क में जल संचय के लिए रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम बनाए जाए, ताकि जल स्तर में सुधार हो सके। इतना सब कुछ होने के बाद भी नगर निगम भूजलस्तर को लेकर गंभीर नहीं है। निगम की माने तो 500 गज के भवन के मानचित्र पास करने से पहले रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम लगाने की व्यवस्था को देखा जाता है। इसके बाद भवन का नक्शा पास किया जाता है। लेकिन शहर में इन मानकों की भी अनदेखी की जा रही है।

शहर में नगर निगम के सभी पार्कों में रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम नहीं लगे हैं। लेकिन कुछ पार्को में जल संचय के लिए वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम लगे हैं।

पार्थ गुप्ता, आयुक्त, नगर निगम

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