सद्भावना को बढ़ाने के लिए अध्यात्म मार्ग पर चलना जरूरी : कोशिकी बाई

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : मानव समाज को मार्ग दर्शन की आवश्यकता है। महान पुरुष मार्ग दर्शक होते हैं जो समाज को दिशा प्रदान करते हैं। यह प्रवचन साध्वी कौशिक बाई ने जड़ौत रोड स्थित प्राइमरी स्कूल में आयोजित सत्संग में कहे। मानव उत्थान सेवा समिति के तत्वावधान में आयोजित यह सत्संग नववर्ष के उपलक्ष्य में किया गया। कौशिकी बाई ने कहा कि परिवार समाज और देश में शांति, मातृत्व एवं सद्भावना को बढ़ाने के लिए अध्यात्म मार्ग पर

By JagranEdited By: Publish:Thu, 03 Jan 2019 06:38 PM (IST) Updated:Thu, 03 Jan 2019 06:38 PM (IST)
सद्भावना को बढ़ाने के लिए अध्यात्म मार्ग पर चलना जरूरी : कोशिकी बाई
सद्भावना को बढ़ाने के लिए अध्यात्म मार्ग पर चलना जरूरी : कोशिकी बाई

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : मानव समाज को मार्ग दर्शन की आवश्यकता है। महान पुरुष मार्ग दर्शक होते हैं जो समाज को दिशा प्रदान करते हैं। यह प्रवचन साध्वी कौशिक बाई ने जड़ौत रोड स्थित प्राइमरी स्कूल में आयोजित सत्संग में कहे। मानव उत्थान सेवा समिति के तत्वावधान में आयोजित यह सत्संग नववर्ष के उपलक्ष्य में किया गया। कौशिकी बाई ने कहा कि परिवार समाज और देश में शांति, मातृत्व एवं सद्भावना को बढ़ाने के लिए अध्यात्म मार्ग पर चलना जरूरी है। मानव अध्यात्मिक ज्ञान मार्ग पर चलेगा तो उसका निश्चय ही कल्याण होगा। इसलिए सभी को ज्ञान मार्ग में चलते हुए हर मानव में आपसी प्रेम व एकता की भावना जागृत करनी होगी। इस मौके पर कार्यक्रम संस्था के प्रधान राजकुमार अग्रवाल, जयप्रकाश, हरीश गोयल, सुशील, धनराज अग्रवाल, निर्मला रानी, शोभा रानी, कांति रानी भी मौजूद रही।

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