Kamlesh Tiwari Murder Case: गुजरात एटीएस ने दो और को किया गिरफ्तार

Kamlesh Tiwari Murder Case. कमलेश तिवारी हत्याकांड में गुजरात एटीएस ने दो और को गिरफ्तार कर लिया गया है।

By Sachin MishraEdited By: Publish:Wed, 27 Nov 2019 12:21 PM (IST) Updated:Wed, 27 Nov 2019 02:08 PM (IST)
Kamlesh Tiwari Murder Case: गुजरात एटीएस ने दो और को किया गिरफ्तार
Kamlesh Tiwari Murder Case: गुजरात एटीएस ने दो और को किया गिरफ्तार

अहमदाबाद, प्रेट्र। Kamlesh Tiwari Murder Case. गुजरात एटीएस ने कमलेश तिवारी हत्या मामले में दो और लोगों को गिरफ्तार कर लिया। दोनों इस मामले में वांछित थे। यह जानकारी अधिकारियों ने दी।

मंगलवार को गिरफ्तार किए गए सूरत निवासी अशफाक शेख और मोइनुद्दीन पठान लखनऊ में 18 अक्टूबर को तिवारी की क्रूरता पूर्वक हुई हत्या के बाद से फरार थे। दोनों को गुजरात-राजस्थान सीमा पर शामलाजी से गिरफ्तार किया गया। गुजरात आतंकवाद विरोधी दस्ते (एटीएस) के डीआइजी हिंमाशु शुक्ला ने कहा कि मंगलवार शाम दोनों गुजरात सीमा में प्रवेश करने जा रहे थे। तकनीकी निगरानी से उनकी स्थिति का पता लगाया जा सका। भागने के बाद दोनों ने अपने परिवार के सदस्यों और दोस्तों से संपर्क किया था। दोनों को उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंपा जाएगा। उत्तर प्रदेश पुलिस तिवारी की सनसनीखेज हत्या मामले की जांच में जुटी है।

गौरतलब है कि पहले हिंदू महासभा से जुड़े रह चुके तिवारी हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष थे। लखनऊ के नाका हिंडोला इलाके में स्थित उनके घर में हत्यारों ने हत्या कर दी। इस मामले में सूरत के तीन और महाराष्ट्र में नागपुर के एक आदमी समेत छह लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है।

कमलेश तिवारी हत्याकांड के मुख्य आरोपित गुजरात में गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश के लखनऊ में हिंदू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या के मुख्य आरोपित अशफाक और मोइनुद्दीन को गुजरात एटीएस ने गिरफ्तार किया था। राजस्थान सीमा से गुजरात में प्रवेश करने से पहले ही पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया। आरोपितों को अहमदाबाद एटीएस कार्यालय लाया गया है।

पुलिस अभी तक इसी नतीजे पर पहुंची है कि अशफाक और मोइनुद्दीन ही वेष बदलकर कमलेश तिवारी के पास पहुंचे और उनकी हत्या कर दी। इससे पहले हत्याकांड की साजिश रचने के आरोप में सूरत, बिजनौर व अन्य शहरों से आधा दर्जन संदिग्धों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

गुजरात एटीएस चीफ हिमांशु शुक्ला ने बताया कि इंटेलिजेंस इनपुट के आधार पर अशफाक और मोइनुद्दीन को मंगलवार रात करीब आठ बजे राजस्थान-गुजरात की शामलाजी सीमा से पकड़ा गया। दोनों की पिछली लोकेशन उप्र के शाहजहांपुर में मिली थी। इसके बाद गुजरात, उप्र, दिल्ली और चंदीगढ़ की एटीएस की टीमें आरोपितों की तलाश कर रही थी। दोनों गुजरात के सूरत के निवासी हैं। मोइनुद्दीन मुख्य आरोपित राशिद का भाई है।

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