गुजरात में परप्रांतियों पर हमले को लेकर भाजपा-कांग्रेस में बहस तेज

गुजरात में बसे अन्य प्रांत के लोगों पर हमले की घटनाओं की निंदा करते हुए भाजपा ने कांग्रेस को आड़े हाथों लिया है।

By Sachin MishraEdited By: Publish:Sun, 07 Oct 2018 10:15 AM (IST) Updated:Sun, 07 Oct 2018 10:45 AM (IST)
गुजरात में परप्रांतियों पर हमले को लेकर भाजपा-कांग्रेस में बहस तेज
गुजरात में परप्रांतियों पर हमले को लेकर भाजपा-कांग्रेस में बहस तेज

जागरण संवाददाता, अहमदाबाद। दो मासूम बालिकाओं से दुष्कर्म की घटना के बाद गुजरात में बसे अन्य प्रांत के लोगों पर हमले की घटनाओं की निंदा करते हुए भाजपा ने कांग्रेस को आड़े हाथों लिया है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष जीतूभाई वाघाणी ने कहा कि कांग्रेस जाति और प्रांत के नाम पर राज्य में अशांति फैलाना चाहती है। वहीं, कांग्रेस विधायक अल्पेश ठाकोर का कहना है कि परप्रांतीय युवकों के चलते गुजराती युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है इसलिए वे गुस्सा जता रहे हैं।

उत्तर गुजरात के साबरकांठा में 14 माह की बालिका और सूरत में पांच साल की बालिका से दुष्कर्म की घटना के बाद से राज्य में बसे अन्य प्रांत खासकर उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश के लोगों पर हमले शुरू हो गए। गुजरात क्षत्रिय ठाकोर सेना के संस्थापक और कांग्रेस विधायक अल्पेश ठाकोर इस मुद्दे को लेकर प्रदेश की भाजपा सरकार पर हमलावर हैं। हालांकि, अल्पेश ने साफ किया है कि अन्य प्रांतों के लोगों को देश में कहीं भी बसने व रोजगार का अधिकार है, लेकिन यहां आने वाले लोगों का पंजीकरण जरूर किया जाना चाहिए ताकि ऐसे अपराध घटित होने पर उन्हें पहचाना जा सके।

अल्पेश के बयान से कांग्रेस को हो सकता है नुकसान

बता दें कि अल्पेश ठाकोर को कुछ ही दिन पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राष्ट्रीय सचिव बनाने के साथ-साथ बिहार का सहप्रभारी भी नियुक्त किया है। लिहाजा, गुजरात में बसे अन्य प्रांत के लोगों के खिलाफ उनके कड़वे बोल कांग्रेस के लिए उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश में राजनीतिक घाटे का सौदा साबित हो सकते हैं।

प्रशासन उत्तर भारतीयों के भरोसे

खास बात यह है कि गुजरात के मुख्य सचिव डॉ. जेएन सिंह, राज्य के पुलिस महानिदेशक शिवानंद झा दोनों बिहार से हैं। पटना के स्कूल में दोनों सहपाठी भी रह चुके हैं। इसके अलावा गृह मंत्रालय के अतिरिक्त मुख्य सचिव आनंद मोहन तिवारी उत्तर प्रदेश के भदोही से हैं। इसीलिए दुष्कर्म की घटना के बाद अन्य प्रांतों के लोगों पर हमले होते ही सरकार व प्रशासन तुरंत हरकत में आ गया। पुलिस गश्त बढ़ाने के साथ ही एसआरपी तैनात कर दी गई।

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