गुजरात कांग्रेस में गुटबाजी खुलकर सामने आई

कांग्रेस आलाकमान से मतभेद उजागर, केन्द्रीय हाईकमान से मिलने दिल्ली जाएंगे।

By BabitaEdited By: Publish:Thu, 27 Dec 2018 12:14 PM (IST) Updated:Thu, 27 Dec 2018 12:14 PM (IST)
गुजरात कांग्रेस में गुटबाजी खुलकर सामने आई
गुजरात कांग्रेस में गुटबाजी खुलकर सामने आई

अहमदाबाद, शत्रुघ्न शर्मा। गुजरात कांग्रेस के युवा नेतृत्व की कार्यशैली से नाराज पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं का पूर्व अध्यक्ष के यहां जमावड़ा हुआ। इनमें पूर्व मंत्री, पूर्व सांसद, पूर्व अध्यक्ष व विधानसभा में कांग्रेस के सचेतक आदि शामिल रहे। गुजरात कांग्रेस प्रभारी राजीव सातव को इसकी भनक थी, वे इन नेताओं से मुलाकात कर प्रदेश अध्यक्ष के साथ मतभेद दूर करें उससे पहले ही इन नेताओं ने हाईकमान से मिलने का समय मांगा है। वरिष्ठ नेता मोढवाडिया ने लोकसभा चुनाव की तैयारी के लिए यह बैठक होने की बात कह रहे हैं। 

गुजरात के विधानसभा चुनाव में एक साल पहले सत्ता से कुछ दूर छूट गई कांग्रेस के आलाकमान ने यहां की कमान युवा नेताओं को सौंप दी थी जिससे सभी वरिष्ठ नेता हाशिए पर चले गए। प्रदेश अध्यक्ष अमित चावडा व नेता विपक्ष परेश धनाणी प्रदेश की राजनीति के खिलाड़ी बन चुके लेकिन वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि जसदण सीट के उपचुनाव की हार से संगठन व प्रदेश नेतृत्व की कमियां उजागर हो गई है। तीन राज्यों में पार्टी के जीत के बावजूद प्रदेश में एक सीट पर विजय को दोहराया नहीं जा सका। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष चावडा पूर्व अध्यक्ष भरतसिंह सोलंकी के ही करीबी रिश्तेदार हैं, कांग्रेस पर कभी पूर्वसीएम व सोलंकी के पिता माधवसिंह का एक छत्र राज था लेकिन अब भी केन्द्र व राज्य में अहम भूमिका निभा चुके वरिष्ठ नेताओं को लगता है कि सोलंकी परिवार ही पार्टी की बैक सीट ड्राइविंग कर रहा है। 

प्रदेश आलाकमान से नाराज कई वरिष्ठ नेताओं ने अहमदाबाद में पूर्व अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया के आवास पर मुलाकात की, इनमें पूर्व केन्द्रीय मंत्री दिनशा पटेल, तुषार चौधरी, पूर्व सांसद राजू परमार, सचेतक शैलेष परमार, कांग्रेस विधायक व ओबीसी नेता अल्पेश ठाकोर, युवक कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष इन्द्रविजय सिंह गोहिल आदि शामिल थे। बैठक को लेकर जब मोढवाडिया से पत्रकारों ने पूछा तो उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस में एकजुटता व लोकसभा चुनाव की तैयारियों के संदर्भ में बैठक का आयोजन किया गया। आलाकमान से नाराजगी की बात केवल अफवाह है। लेकिन प्रदेश अध्यक्ष व नेता विपक्ष के बिना चुनावी तैयारियों पर चर्चा करना पार्टी में मतभेद की ओर जरुर इंगित करता है। पार्टी प्रभारी राजीव सातव को बैठक की भनक थी, इसीलिए उन्होंने तुरंत गुजरात आने की बात कही है लेकिन नाराज नेता इससे पहले ही पार्टी आलाकमान से मिलने दिल्ली जाने का फैसला कर चुके हैं। 

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