बर्थडे स्‍पेशल: जानिए कैसे फलों का व्‍यापारी बना सुपरस्‍टार

बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार आज 92 साल के हो गए हैं। दिलीप का जन्म 11 दिसंबर 1922 को पेशावर में हुआ था, जो अब पाकिस्तान की सरहद में आता है। उनके बचपन का नाम मोहम्मद यूसुफ खान था। 1930 में दिलीप साहब का परिवार मुंबई आ गया और

By Monika SharmaEdited By: Publish:Wed, 10 Dec 2014 03:10 PM (IST) Updated:Thu, 11 Dec 2014 08:25 AM (IST)
बर्थडे स्‍पेशल: जानिए कैसे फलों का व्‍यापारी बना सुपरस्‍टार

मुंबई। बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार आज 92 साल के हो गए हैं। दिलीप का जन्म 11 दिसंबर 1922 को पेशावर में हुआ था, जो अब पाकिस्तान में है। उनके बचपन का नाम मोहम्मद यूसुफ खान था।

1930 में दिलीप साहब का परिवार मुंबई आ गया और 1940 में दिलीप पुणे चले गए, जहां वो एक कैंटीन मालिक थे और फलों का व्यापार भी करते थे। दिलीप साहब भारतीय सिनेमा के सबसे सफल अभिनेताओं में से एक हैं। उन्होंने 1994 में आई फिल्म 'ज्वार-भाटा' से बॉलीवुड में कदम रखा। हालांकि फिल्म ज्यादा नहीं चली। 'ज्वार-भाटा' के लेखक ने उनका नाम यूसुफ खान से दिलीप कुमार रख दिया और इसके बाद उन्हें इसी नाम से पहचाना जाने लगा।

1947 में आई उनकी दूसरी फिल्म 'जुगनू' दिलीप कुमार की पहली हिट फिल्म साबित हुई और इसने उन्हें बेशुमार शोहरत दिलाई। इसके बाद उन्होंने मुड़कर नहीं देखा। दिलीप ने 'साहेब', 'अंदाज', 'जोगन', 'दीदार', 'दाग', 'देवदास', 'यहूदी' और 'मधुमती' जैसी कई हिट फिल्में दी।

दिलीप कुमार ने फिल्म 'दाग' (1952) के लिए पहली फिल्म फेयर बेस्ट एक्टर अवॉर्ड जीता और ये अवॉर्ड 'देवदास' (1955) के लिए दोबारा जीता। वे इस तरह के अवॉर्ड जीतने वाले पहले एक्टर बने।

दिलीप कुमार ने उस दौर की सभी मशहूर फिल्म अभिनेत्रियों के साथ काम किया जिसमें से नरगिस, कामिनी कौशल, मीना कुमारी, मधुबाला और वैजयंती माला जैसी अभिनेत्रियां शामिल हैं।

दिलीप कुमार ने अपनी छवि 'ट्रेजडी किंग' को हटाने के लिए अपने पारिवारिक डॉक्टर की सलाह पर साफ-सुथरी छवि वाली आन (1952) में काम किया जिसमें उन्होंने एक आक्रामक किसान का रोल निभाया। यह फिल्म काफी हिट रही।

इसके बाद इन्होंने 'अंदाज' (1955), 'नया दौर' (1957) और 'कोहिनूर' (1960) जैसी फिल्मों में मुख्य भूमिका में काम किया। 'कोहिनूर' के लिए दिलीप कुमार ने एक बार फिर फिल्म फेयर बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड जीता।

इसके बाद इन्होंने 1960 में के. आसिफ की बड़े बजट की ऐतिहासिक फिल्म 'मुगल-ए-आजम' में राजकुमार सलीम का किरदार निभाया और मधुबाला ने एक दासी-पुत्री का रोल निभाया था।

हाल ही में उन्हें सीने में संक्रमण की समस्या के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उनकी सेहत ठीक बताई जा रही है। आज उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल जाएगी, जिसके बाद वो घर पर ही जन्मदिन मनाएंगे।

पिछले दिनों ट्विटर पर ये खबर आग की तरह फैल गई थी कि बॉलीवुड के दिग्गज कलाकार दिलीप कुमार का निधन हो गया है। ट्विटर पर हर तरफ बात चल रही थी कि दिलीप को मुंबई के लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इस खबर से उनके प्रशंसक बेहद दुखी हो गए थे। हालांकि बाद में पता चला कि ये महज अफवाह थी।

सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर निधन की अफवाहों का शिकार होने के बाद दिग्गज कलाकार ने मंगलवार को खुद ट्वीट करके अपनी अच्छी सेहत की जानकारी दी। उन्होंने अपनी मौत की खबर से परेशान हुए अपने प्रशंसकों का शुक्रिया भी अदा किया।

कुछ समय पहले भी ट्विटर पर इस तरह की खबरें उड़ी थी। दिलीप कुमार हाल ही में पत्नी सायरा बानों के साथ सलमान खान की बहन अर्पिता की रिसेप्शन में पहुंचे थे।

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