काला बैन: कर्नाटक हाईकोर्ट का इस मामले में दखल से इंकार

रजनीकांत के फैन्स में फिल्म देखने की बेताबी बढ़ रही है। ख़बर है कि दो दिन के टिकट बिक चुके हैं और सात तारीख़ को फिल्म चेन्नई में सुबह के चार बजे के शो से शुरू होगी।

By Manoj KhadilkarEdited By: Publish:Tue, 05 Jun 2018 03:07 PM (IST) Updated:Tue, 05 Jun 2018 07:38 PM (IST)
काला बैन: कर्नाटक हाईकोर्ट का इस मामले में दखल से इंकार
काला बैन: कर्नाटक हाईकोर्ट का इस मामले में दखल से इंकार

मुंबई। कर्नाटक हाईकोर्ट ने दक्षिण के सुपरस्टार रजनीकांत की फिल्म काला को कर्नाटक में बैन किये जाने के ख़िलाफ़ फिल्म के निर्माता की तरफ़ से दाखिल की गई याचिका पर किसी तरह का दखल देने से इंकार कर दिया है l 

अदालत ने निर्माता से कहा है कि वो उन सभी थियेटर्स ने नाम की सूची को कर्नाटक सरकार को सौंपे l  सुरक्षा मुहैया करवाना सरकार का सर्वोपरि कर्तव्य है l  अदालत ने यह भी कहा कि फिल्म सभी मल्टीप्लेक्स में रिलीज़ की जाय l रजनीकांत के एक बयान के बाद कर्नाटक में उनकी फिल्म का विरोध शुरू हो गया था और वहां के सिनेमाघर मालिकों ने काला को अपने यहां रिलीज़ करने से मना कर दिया। फिल्म को रजनीकांत के दामाद धनुष प्रोड्यूस कर रहे हैं। रजनीकांत की बेटी सौंदर्य और धनुष ने कर्नाटक हाईकोर्ट में एक याचिका दाखिल कर फिल्म को बैन किये जाने पर आपत्ति जताते हुए इसका विरोध किया है। इस याचिका में सबसे बड़ी मांग फिल्म की रिलीज़ के वक्त सिनेमाघरों को उचित सुरक्षा मुहैया कराने का आदेश की है।

उधर रजनीकांत के फैन्स में फिल्म देखने की बेताबी बढ़ रही है। ख़बर है कि दो दिन के टिकट बिक चुके हैं और सात तारीख़ को फिल्म चेन्नई में सुबह के चार बजे के शो से शुरू होगी। सिनेमाघर मालिकों पर इस बात की भी नज़र रखी जा रही है कि टिकट 300 रूपये से अधिक के न हों।

उधर चेन्नई की कई कंपनियों ने काला देखने के लिए अपने कर्मचारियों को सात तारीख को छुट्टी दे दी है। इसके बारे में बाकायदा आदेश जारी किया गया है l 

 

इस बीच जाने माने अभिनेता और बेबाक बोलने के लिए मशहूर प्रकाश राज ने इस मामले में बीजेपी पर निशाना साधा है। उन्होंने सवाल पूछा है कि काला का कावेरी विवाद से क्या लेना-देना? हमेशा फिल्म वाले निशाने पर क्यों? क्या जेडीएस और कांग्रेस(कर्नाटक सरकार में शामिल) लोगों को क़ानून अपने हाथ में लेने देगी जैसा पद्मावत के समय बीजेपी ने किया था या आम आदमी के सही चुनाव को सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाये जायेंगे।

Kaala ban..an ACTORS statement has HURT us. Yes.. we need to express it ..BUT HOW?? Is it by hurting people like US who are not responsible for it.. is it by breeding HATRED between two states ..How long will we let FRINGE elements to decide on how WE should protest ..#justasking

— Prakash Raj (@prakashraaj) June 4, 2018

Let the film release .. let PEOPLE DECIDE if they want to express their protest by NOT watching the film .. let us get to know if PEOPLE really BELIEVE stopping a film can SOLVE ISSUES .. who are these organisations to BLACKMAIL everyone and decide on our behalf .. #justasking— Prakash Raj (@prakashraaj) June 4, 2018

An elected GOVERNMENT can not shun its DUTY by saying we have not BANNED the film IT should ENSURE CITZENS RIGHT of CHOICE..and not SUCCUMB to fringe groups taking LAW into their hands and BAN a film. WHO IS GOVERNING HERE .the one we ELECT or the one who THREATENS..#JustAsking — Prakash Raj (@prakashraaj) June 4, 2018

लेकिन विवाद थमा नहीं है। पिछले दिनों कर्नाटक फिल्मस चेंबर ऑफ़ कॉमर्स के अध्यक्ष सारा गोविंदु ने कहा था कि रजनीकांत की आने वाली फिल्म काला (काला कलिकरण) को रिलीज़ करने के लिए कर्नाटक का कोई भी डिस्ट्रीब्यूटर तैयार नहीं है। धनुष के प्रोडक्शन में बनी ये फिल्म सात जून को रिलीज़ होने जा रही है। इसे तीन भाषाओँ में रिलीज़ किया जाएगा। फिल्म में रजनीकांत मुंबई के धारावी इलाके के डॉन हैं। पा रंजीत के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म में रजनीकांत झुग्गीबस्ती के लोगों के मसीहा बने हैं। फिल्म में नाना पाटेकर, पंकज त्रिपाठी, ईश्वरी राव, प्रकाश राज और हुमा कुरैशी हैं। गौरतलब है कि तमिलनाडु और कर्नाटक के बीच लंबे समय से कावेरी नदी के पानी के बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा है। कई बार तो विरोध हिंसक रूप भी ले चुका है क्योंकि दोनों तरफ़ के लोग इस मुद्दे पर बड़े ही संवेदनशील हैं। इसी साल सर्वोच्च न्यायालय ने अपने फैसले में कावेरी को जल का बड़ा हिस्सा देने को कहा था। इसी कारण तमिलनाडु में जमकर विरोध हुआ और आईपीएल के चेन्नई सुपरकिंग के मैच भी रद्द करने पड़े। इसी दौरान हुए एक विरोध प्रदर्शन में कई तमिल स्टार पहुंचे थे जिसमें कमल हसन और रजनीकांत भी थे। रजनी ने कहा था कि पूरा तमिलनाडु एक साथ मिल कर कावेरी प्रबंधन बोर्ड की मांग करता है और वो चाहते हैं कि इस मामले में पी एम जल्द से जल्द कोई कदम उठायें। ये जानते हुए भी कि उनके इस मामले में बोलने से कर्नाटक में उनकी फिल्मों की रिलीज़ पर असर पड़ा सकता है, रजनीकांत ने कहा था कि वो सही पक्ष में खड़े हैं।

कर्नाटक में काला रिलीज़ न किये जाने के बारे में भी रजनीकांत ने कहा है कि वो जानते हैं कि इस बैन के पीछे वजह क्या है। बता दें कि रजनीकांत भले ही तमिल फिल्मों से आते हों लेकिन भारत सहित दुनिया के कई देशों में उनकी फिल्मों का बड़ा मार्केट है। रजनीकांत की पिछली फिल्म कबाली ने कर्नाटक में करीब 30 करोड़ रूपये का बिज़नेस किया था यानि काला का रिलीज़ न होना इस फिल्म के निर्माता के लिए नुकसानदायक होगा। अभी हाल ही में मुंबई के एक पत्रकार ने काला की कहानी उनके पिता के होने का दावा करते हुए रजनीकांत से माफ़ी मांगने या ऐसा न करने पर 101 करोड़ की मानहानि का केस करने की धमकी दी है।

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