अक्षय कुमार को इन फ़िल्मों ने बनाया बॉलीवुड का खिलाड़ी, 26 साल पहले हुई शुरुआत

अब भले ही अक्षय कुमार को वर्सेटाइल एक्टर माना जाने लगा हो, पर उनके करियर में खिलाड़ी सीरीज़ की इन फ़िल्मों का योगदान भुलाया नहीं जा सकता।

By Manoj VashisthEdited By: Publish:Fri, 07 Sep 2018 06:27 PM (IST) Updated:Sun, 09 Sep 2018 08:39 AM (IST)
अक्षय कुमार को इन फ़िल्मों ने बनाया बॉलीवुड का खिलाड़ी, 26 साल पहले हुई शुरुआत
अक्षय कुमार को इन फ़िल्मों ने बनाया बॉलीवुड का खिलाड़ी, 26 साल पहले हुई शुरुआत

मुंबई। 9 सितम्बर को अक्षय कुमार उम्र के 51वें पड़ाव को पार कर रहे हैं। मगर, आज भी उनकी सेहत और चुस्ती-फुर्ती देखकर उनकी उम्र का अंदाज़ा लगाना मुश्किल है। पर्दे के इस पार और उस पार वो किसी खिलाड़ी की तरह उर्जावान और फिट नज़र आते हैं। रियल लाइफ़ में उन्हें उनकी लाइफ़स्टाइल ने खिलाड़ी बनाया है तो रील लाइफ़ में उनकी फ़िल्मों ने खिलाड़ी का ख़िताब दिलवाया है। 

अक्षय कुमार को बॉलीवुड का खिलाड़ी कहा जाता है। अक्षय को ये ख़िताब उनकी खिलाड़ी सीरीज़ की फ़िल्मों की वजह से मिला है, जिसकी शुरुआत आज से 26 साल पहले 'खिलाड़ी' फ़िल्म के साथ हुई थी। ये फ़िल्म 1992 में 5 जून को रिलीज़ हुई थी और अक्षय के करियर की पहली बड़ी कामयाबी मानी जाती है। 

अब्बास-मस्तान डायरेक्टिड सस्पेंस-थ्रिलर फ़िल्म में अक्षय के साथ दीपक तिजोरी पैरेलल लीड रोल में थे। आएशा झुलका फ़ीमेल लीड रोल में नज़र आई थीं। इसके बाद अक्षय ने ऐसी कई फ़िल्मों में काम किया, जिनके टाइटल में खिलाड़ी का इस्तेमाल किया गया था। नब्बे के दशक में अक्षय की वैसे तो तमाम फ़िल्में आयीं, मगर खिलाड़ी टाइटल वाली एक्शन फ़िल्में ख़ास तौर पर कामयाब रहीं।

1994 में अक्षय की 11 फ़िल्में रिलीज़ हुई थीं, मगर इनमें 'मैं खिलाड़ी तू आनाड़ी' ने सबसे अधिक प्रभावित किया। इस फ़िल्म को समीर मल्कान ने डायरेक्ट किया था। ये फ़िल्म 'द हार्ड वे' का रीमेक थी। अक्षय इसमें पुलिस इंस्पेक्टर के किरदार में थे, जबकि सैफ़ अली ख़ान ने बॉलीवुड स्टार को रोल निभाया था।

खिलाड़ी टैग अक्षय कुमार के लिए लकी माना जाने लगा और प्रोड्यूसर्स इस टाइटल को लेकर फ़िल्में बनाने में दिलचस्पी लेने लगे। 1995 में उमेश मेहरा ने 'सबसे बड़ा खिलाड़ी' बनाई, जो हिंदी उपन्यास लेखक वेद प्रकाश शर्मा के नॉवल 'लल्लू' का एडेप्टेशन थी। ममता कुलकर्णी इस सस्पेंस-थ्रिलर में अक्षय की हीरोइन बनीं। ये फ़िल्म बॉक्स ऑफ़िस सक्सेस साबित हुई। इसके बाद ये धारणा बन गई कि खिलाड़ी टाइटल से जो भी फ़िल्म बनेगी, वो कामयाब रहेगी।

इसी धारणा और कामयाबी को भुनाने के लिए 1996 में उमेश मेहरा ने एक्शन-थ्रिलर 'खिलाड़ियों का खिलाड़ी' बनाई, जिसमें रेखा निगेटिव रोल में थीं और अक्षय कुमार के साथ उनके कुछ दृश्यों ने सनसनी मचा दी थी। फ़िल्म की लीडिंग लेडी रवीना टंडन थीं। फ़िल्म में अक्षय हैवी वेट रेस्लर्स के साथ लड़ते हुए दिखाई दिए थे। इसी फ़िल्म की शूटिंग के दौरान अक्षय कुमार ज़ख़्मी हुए थे और अमेरिका में उनका इलाज हुआ था। बॉक्स ऑफ़िस पर ये फ़िल्म बेहद कामयाब रही।

1997 मे खिलाड़ी सीरीज़ को 'मिस्टर एंड मिसेज खिलाड़ी' से आगे बढ़ाया गया, जिसे डेविड धवन ने डायरेक्ट किया। ये खिलाड़ी सीरीज़ की बाक़ी फ़िल्मों से अलग एक्शन-कॉमेडी फ़िल्म थी, जिसमें जूही चावला अक्षय कुमार के साथ पेयर्ड अप हुईं। 'मिस्टर एंड मिसेज खिलाड़ी' 1992 की तेलुगु हिट 'आ ओकट्टी अडाक्कू' का रीमेक थी। बॉक्स ऑफ़िस पर ये फ़िल्म कुछ ख़ास कामयाब नहीं रही थी। हालांकि इससे खिलाड़ी टाइटल में फ़िल्ममेकर्स का भरोसा कम नहीं हुआ।

 

1999 में उमेश मेहरा ने अक्षय कुमार को 'इंटरनेशनल खिलाड़ी' बनाकर पर्दे पर उतारा। ये फ़िल्म बॉक्स ऑफ़िस पर औसत साबित हुई। इस फ़िल्म में अक्षय की पार्टनर ट्विंकल खन्ना बनीं, जो बाद में उनकी लाइफ़ पार्टनर बन गईं। इसके पूरे 13 साल बाद खिलाड़ी टैग के साथ अक्षय की वापसी 2012 में हुई।

रोहित शेट्टी को असिस्ट कर चुके आशीष आर मोहन ने अक्षय के साथ 'खिलाड़ी 786' बनाई, जो एक्शन-कॉमेडी फ़िल्म थी। बॉक्स ऑफ़िस पर फ़िल्म ठीकठाक चली। अब भले ही अक्षय कुमार को वर्सेटाइल एक्टर माना जाने लगा हो, पर उनके करियर में खिलाड़ी सीरीज़ की इन फ़िल्मों का योगदान भुलाया नहीं जा सकता।

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