राजनाथ सिंह बोले- फिर खुलेंगे 1984 के सिख विरोधी दंगों की फाइलें

राजनाथ सिंह ने कहा कि सिख विरोधी दंगों में शामिल लोगों को एनडीए ने सजा दिलाई। जो मामले बंद हैं उन्हें दोबारा खोला जाएगा और दोषियों को सजा दिलाई जाएगी।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Thu, 16 May 2019 02:46 PM (IST) Updated:Thu, 16 May 2019 05:34 PM (IST)
राजनाथ सिंह बोले- फिर खुलेंगे 1984 के सिख विरोधी दंगों की फाइलें
राजनाथ सिंह बोले- फिर खुलेंगे 1984 के सिख विरोधी दंगों की फाइलें

पोजेवाल [नवांशहर]। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने 1984 के दंगों पर कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि पार्टी नेेेे सैम पित्रोदा कहते हैं कि दंगे हुए तो क्या हुआ? कांग्रेस को यह बताना चाहिए कि दंगे क्यों हुए। कांग्रेस के शासन काल में दंगे के गुनहगारों को सजा देने के बजाय बचाया है। इन्हें सजा देने का काम एनडीए की सरकार ने किया। इसके लिए एसआइटी का गठन किया गया और दोषियों को सजा दिलाई जा रही है और जो मामले बंद किए गए हैं। अब इन मामलों को फिर से खोला जाएगा। राजनाथ सिंह पोजेवाल के नवांगरां में श्री आनंदपुर साहिब से उम्मीदवार प्रोफेसर प्रेम सिंह चंदूमाजरा की चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे।

गृहमंत्री ने कहा कि पुलवामा में आतंकवादियों ने सीआरपीएफ के जवानों पर हमला कर उन्हें शहीद कर दिया था। इसके बाद भारत के एयरफोर्स के शूरवीरों ने पाकिस्तान की धरती पर जाकर एयर स्ट्राइक की और आतंकवादियों को मौत के घाट उतार दिया। इस पर कांग्रेस द्वारा सवाल खड़े किए जा रहे हैं तो क्या हवाई हमला करने के बाद एयरफोर्स के जवान वहां जाकर आतंकवादियों के शवों की गिनती करते?

उन्होंने इतालवी पत्रकार की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि उस पत्रकार ने अपने लेख में लिखा है कि पाकिस्तान में 170 से ज्यादा आतंकवादी मारे गए और दर्जनों बुुरी तरह से घायल हुए। भारत ने यह आपरेशन ऐसे ही नहीं कर दिया था। इसके लिए पुख्ता इंटेलिजेंस थी। आतंकियों के खिलाफ इतना बड़ा हवाई आपरेशन न तो इससे पहले भारत में हुआ था और न ही पूरी दुनिया में। इसके बाद भी इस पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं।

राजनाथ ने कहा, अब कहा जा रहा है कि मोदी की जय-जयकार क्यों हो रही है। यह काम तो सेना का है। उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस के नेताओं से पूछना चाहता हूं कि जब 1971 में पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए गए थे और बंग्लादेश बना था तो यह पराक्रम भी सेना का था। विपक्ष के नेता होने के बावजूद अटल बिहारी वाजपेयी नेे इंदिरा गांधी की तारीफ की थी।

राजनाथ सिंह ने कहा कि मोदी सरकार ने दुुनिया में भारत के रूतबे व साख को बढ़ाया है और उसकी ताकत की पहचान करवाई है। पहले यह कहा जाता था कि कुछ किया तो पाकिस्तान छोड़ेगा नहीं, लेकिन पाकिस्तान को भारत के आगे झुकना पड़ा और दो दिन में हमारा पायलट देश में वापस आया। एनडीए के शासन काल में भारत मजबूत हुआ है और देश की सीमाएं सुरक्षित हुई हैं।

एनडीए के शासन काल में देश में हर तरफ विकास हुआ है। इंटरनेशनल मानेटरी फंड (आइएमएफ) ने भारत की अर्थव्यवस्था को दुनिया की सबसे तेज अर्थव्यवस्था करार दिया है। ऐसा नहीं कि पिछली सरकारों ने काम नहीं किया। पिछली सरकारों ने भी काम किया है। हर किसी के काम का तरीका अलग होता है। प्रधानमंत्री आवास योजना को देखें तो कांग्रेस सरकार ने शुरू किया था। कांग्रेस के शासन काल 2008 से 2014 तक इस योजना के तहत केवल 25 लाख मकान बने, लेकिन एनडीए की सरकार के शासन काल 2014-17 तक 1.30 करोड़ मकान बने हैं।

उन्होंने कहा कि देश में आजादी से लेकर साल 2014 तक कुल 12 करोड़ गैस के कनेेक्शन थे। एनडीए के शासनकाल में 13 करोड़ नए कनेक्शन दिए गए। कांग्रेस के शासनकाल में देश में केवल दो मोबाइल बनाने की कंपनियां थी, लेकिन एनडीए की सरकार के समय में 120 मोबाइल कंपनियों के प्लांट देश में काम कर रहे हैं, इससे साफ है कि विदेशी पूंजी निवेश हुआ है। भारत पहले स्टील उत्पादन में जापान के बाद दूसरे नंबर पर था, लेकिन एनडीए के शासन काल में यह पहले स्थान पर आ गया है।

राजनाथ सिंह को पटियाला में शिअद प्रत्याशी सुरजीत सिंह रखड़ा के लिए भी जाना था, लेकिन हेलीकॉप्टर में खराबी के कारण वह नहीं पहुंच सके। राजनाथ सिंह ने मोबाइल फोन पर अकाली-भाजपा प्रत्याशी को जिताने का संदेश दिया। उन्हें संगरूर में शिअद प्रत्याशी परमिंदर सिंह ढींडसा के लिए भी रैली करनी थी, लेकिन वहां भी उनकी रैली रद कर दी गई।

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