Loksabha Election: टिकट के दावेदार दिग्गज कांग्रेसियों ने बढ़ाई सांसद औजला की मुश्किल

Loksabha Election 2019 में अमृतसर से कांग्रेस सांसद के लिए इस बार टिकट लेना इतना अासान नहीं दिख रहा है। यहां से कांग्रेस के दिग्‍गजों के दावेदार होने से उनकी मुश्किल बढ़ गई है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Fri, 15 Mar 2019 08:38 AM (IST) Updated:Fri, 15 Mar 2019 08:38 AM (IST)
Loksabha Election: टिकट के दावेदार दिग्गज कांग्रेसियों ने बढ़ाई सांसद औजला की मुश्किल
Loksabha Election: टिकट के दावेदार दिग्गज कांग्रेसियों ने बढ़ाई सांसद औजला की मुश्किल

अमृतसर, [विपिन कुमार राणा]। Loksabha Election 2019 के लिए अखाड़ा पूरी तरह से सज चुका है। लोकसभा चुनाव में पार्टी टिकट लेने के लिए नेताओं की दौड़ अमृतसर से चंडीगढ़ और चंडीगढ़ से दिल्ली तक शुरू हो चुकी है। अमृतसर लोकसभा सीट से सांसद गुरजीत सिंह औजला एक बार फिर से पार्टी टिकट चाह रहे हैं, लेकिन उनकी दिक्कत कांग्रेसी दिग्गजों ने ही बढ़ा दी है। आधा दर्जन सीनियर कांग्रेस नेता टिकट की दौड़ में हैं। कांग्रेस हाईकमान किसके सिर पर अपना 'हाथ' रखता है, यह तो अभी भविष्य के गर्भ में है, लेकिन टिकट के चाहवानों ने अपनी-अपनी लॉबिंग जरूर शुरू कर दी है।

2017 के उपचुनाव में औजला ने रिकॉर्ड 1,99,189 मतों के बड़े अंतर से दर्ज की थी जीत

साल 2017 में अमृतसर लोकसभा सीट पर उपचुनाव हुआ। कांग्रेस प्रत्याशी औजला ने भाजपा के राजिंदर मोहन सिंह छीना को 1,99,189 के रिकॉर्ड मतों से हराया था। सांसद में हाजिरी से लेकर अमृतसर के मामले उठाने में औजला ने कोई कसर नहीं छोड़ी। 2019 के लोकसभा चुनाव का शंखनाद होने के साथ ही आधा दर्जन कांग्रेसी नेता पार्टी टिकट के लिए सक्रिय हो गए हैं।

पार्टी टिकट के दावेदारों की सूची में अमृतसर के पहले सिख मेयर बने करमजीत सिंह रिंटू का नाम भी शामिल है। रिंटू सीनियर पार्षद हैंं और उन्होंने 2012 का विधानसभा चुनाव पूर्व कैबिनेट मंत्री अनिल जोशी के खिलाफ लड़ा था और 16,980 मतों से हार गए थे। 2018 में कांग्रेस हाईकमान ने उनके सिर मेयर का ताज सजा दिया।

वहीं देहात से भी कांग्रेस के दावेदारों की लंबी लिस्ट है।

अजनाला से विधायक हरप्रताप सिंह अजनाला भी टिकट चाहते हैैं। वह चार बार विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं और दो बार विधायक रहे हैं। मजीठा से विधायक रहे सविंदर सिंह कत्थूनंगल भी इस दौड़ में हैं। वह भी दिल्ली तक लॉबिंग में जुटे हुए हैं। दूसरी बार कांग्रेस देहाती के प्रधान बने भगवंत पाल सिंह सच्चर ने भी लोकसभा चुनाव लडऩे के लिए कमर कसी हुई है। सच्चर जिला परिषद के प्रधान रहने के अलावा कई अहम सरकारी पदों पर काम कर चुके हैं।

इसी सूची में युवा नेता व लोकसभा हलके के यूथ कांग्रेस के प्रधान व जिला परिषद सदस्य दिलराज सिंह सरकारिया का नाम भी शामिल है। दिलराज कैबिनेट मंत्री सुखबिंदर सिंह सरकारिया के भतीजे हैं।

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मना किया, लेकिन उनके भाई भी लाइन में

अमृतसर सीट पर कांग्रेस से पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के नाम की चर्चा ती, लेकिन उन्होंने चुनाव लड़ने से मना कर दिया। अब उनके छोटे भाई व कारोबारी सुरजीत सिंह कोहली ने भी कांग्रेस की टिकट के लिए दावेदारी पेश की है। कोहली कैबिनेट मंत्री ओपी सोनी के नजदीकियों में से एक हैं। वहीं पूर्व प्रधानमंत्री के भाई होने के नाते उन्हें पार्टी की ओर से तवज्जो दी जा सकती है।

डॉ. नवजोत कौर सिद्धू पर भी पशोपेश बरकरार

अकाली-भाजपा सरकार में मुख्य संसदीय सचिव रही डॉ. नवजोत कौर सिद्धू को लेकर भी पशोपेश की स्थिति है। डॉ. सिद्धू ने चंडीगढ़ लोकसभा से अपना दावा पेश कर दिया है और वह वहां सक्रिय भी हो गई हैं। इसके बावजूद कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू जिस तरह से विकास प्रोजेक्टों के बहाने स्थानीय नेताओं को लामबंद करने में जुटे हुए हैं, इससे यह कयास भी लगाए जा रहे हैं कि डॉ. सिद्धू के रास्ते अमृतसर में भी खुले हैं और इसमें कोई अड़चन न आए, इसलिए यह सारी कवायद की जा रही है।

संगठनात्मक तैयारी पूरी

जिला कांग्रेस कमेटी शहरी की प्रधान जतिंदर सोनिया ने कहा कि लोकसभा चुनाव को लेकर संगठनात्मक तैयारियां पूरी हैं। पार्टी जिसे टिकट देगी, उन्हें विजयी बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। कांग्रेस देहाती के प्रधान भगवंत पाल सिंह सच्चर ने कहा कि पार्टी टिकट मांगना हर कार्यकर्ता का हक बनता है। पार्टी जिसे प्रत्याशी घोषित करेगी, उसे जिताने के लिए जी जान एक कर दी जाएगी।

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