Lok Sabha Election 2019: झारखंड में 3 पूर्व सीएम, 12 पूर्व मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर

Lok Sabha Election 2019. झारखंड से इस बार लोकसभा चुनाव में 10 सांसद भी होंगे मैदान में। चार के टिकट कटे। 2009 में तीनों पूर्व सीएम थे मैदान में तीनों को मिली थी जीत।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Tue, 26 Mar 2019 11:23 AM (IST) Updated:Tue, 26 Mar 2019 03:15 PM (IST)
Lok Sabha Election 2019: झारखंड में 3 पूर्व सीएम, 12 पूर्व मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर
Lok Sabha Election 2019: झारखंड में 3 पूर्व सीएम, 12 पूर्व मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर

रांची, राज्य ब्यूरो। इस लोकसभा चुनाव में राज्य के तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों तथा एक दर्जन पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्रियों-मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। ये सभी इस बार सियासी मैदान में होंगे। इस बार दस वर्तमान सांसदों के भाग्य का भी फैसला होना लगभग तय है जिनमें दो वर्तमान में केंद्रीय राज्य मंत्री भी शामिल हैं। जो तीन पूर्व मुख्यमंत्री इस बार चुनाव मैदान में होंगे उनमें शिबू सोरेन (दुमका), बाबूलाल मरांडी (कोडरमा) तथा अर्जुन मुंडा (खूंटी) का नाम तय है।

इससे पहले इन तीनों पूर्व मुख्यमंत्रियों ने 2009 में लोकसभा चुनाव लड़ा था। उस समय तीनों की क्रमश: दुमका, कोडरमा तथा जमशेदपुर सीट से जीत हुई थी। 2014 के लोकसभा चुनाव में अर्जुन मुंडा ने चुनाव नहीं लड़ा था। इस बार चार वर्तमान सांसदों कडिय़ा मुंडा, रामटहल चौधरी, रवींद्र पांडेय, रवींद्र राय को छोड़कर सभी के भाग्य का फैसला होना है। सभी 10 सांसद चुनाव मैदान में होंगे।

कडिय़ा मुंडा, रामटहल चौधरी, रवींद्र पांडेय, रवींद्र राय को इस बार टिकट नहीं मिला है। इनमें से कडिय़ा का चुनाव नहीं लडऩा तय है जबकि अन्य तीन भाजपा नेताओं के किसी दूसरे दल से या निर्दलीय चुनाव लडऩे की अभी तक कोई चर्चा नहीं है। जिन दो वर्तमान सांसदों के भाग्य का फैसला होना है उनमें जयंत सिन्हा तथा सुदर्शन भगत वर्तमान में केंद्रीय राज्य मंत्री हैं। वहीं राज्य के मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी के भी भाग्य का फैसला इस चुनाव से होगा। 

पिछली बार 13 विधायकों में दो ही जीते
लोकसभा के पिछले चुनाव में 13 तत्कालीन विधायक चुनाव लड़ रहे थे। इनमें महज दो को ही जीत मिल सकी। सिंहभूम सीट से लक्ष्मण गिलुवा तथा जमशेदपुर से विद्युतवरण महतो को जीत मिली। उस समय विद्युतवरण झामुमो छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। जिन विधायकों को असफलता मिली थी उनमें बंधु तिर्की, एनोस एक्का, हेमलाल मुर्मू, चंद्रशेखर दूबे उर्फ ददई दूबे, प्रदीप यादव, जगरनाथ महतो, समरेश सिंह, सुदेश महतो, सौरभ नारायण सिंह, गीता कोड़ा तथा चमरा लिंडा शामिल हैं। इनमें से चार विधायक दलबदल कर चुनाव लड़े थे। 

इनके भाग्य का भी होगा फैसला
पूर्व केंद्रीय मंत्री : सुबोधकांत सहाय (रांची से संभावित)।
पूर्व मंत्री : पीएन सिंह (धनबाद), हेमलाल मुर्मू (राजमहल), अन्नपूर्णा देवी (कोडरमा से संभावित) चंद्रशेखर दूबे (धनबाद से संभावित), केएन त्रिपाठी (चतरा से संभावित)।

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