Loksabha Election 2019 : पहले 'मां अपराजिता' की पूजा, उसके बाद पर्चा दाखिल करेंगी सोनिया गांधी
52 वर्ष पूर्व स्व. इंदिरा गांधी ने की थी इस पूजा-अर्चना की परंपरा की शुरुआत। 2004 से परंपरा का निर्वहन कर रहीं सोनिया पांचवीं बार परिवार भी होगा साथ।
रायबरेली, जेएनएन। पूर्व प्रधानमंत्री स्व.इंदिरा गांधी की बहू सोनिया गांधी गुरुवार सुबह मां अपराजिता देवी की पूजा-अर्चना के बाद नामांकन के लिए निकलेंगी। इस पूजा की शुरुआत इंदिरा गांधी ने 1967 में की थी। तब वह पहली बार यहां से सांसद का चुनाव लड़ी थी। फिर 1971, 77, 1980 में भी इसी रीति को निभाते हुए नामांकन के लिए निकली थी।
उनके बाद कुछ कांग्रेस उम्मीदवारों ने इस परंपरा का निर्वहन नहीं किया। मगर 2004 में जब सोनिया यहां से चुनाव रण में उतरीं तो वह अपनी सास के पदचिन्हों पर चलीं, फिर 2004 का चुनाव हो, 2009 या फिर 2014 का। अबकी पांचवी बार वह नामांकन कर रही हैं। उम्मीद है कि इस बार उनके साथ राहुल, प्रियंका, दामाद राबर्ट वाड्रा, प्रियंका का बेटा रेहान और बेटी मिराया भी होंगी।
विजय के लिए पंडित राधेश्याम दीक्षित 2004 से सांसद सोनिया गांधी को यह पूजा कराते आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि मां अपराजिता की पूजा करने से विजय निश्चित होती है। 2014 में सोनिया के साथ राहुल आए थे। इस बार प्रियंका भी होंगी। हम सुबह 8 बजे ही पूजा शुरू कर देंगे। आरती और हवन के वक्त सांसद पूजा में शामिल होंगी। फिर वह नामांकन के लिए रवाना होंगी। पूजा की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।