Lok Sabha Election 2019: तीन चुनावों में तीन निशान, पति-पत्‍नी के बाद पुत्र ने लड़ा चुनाव

Lok Sabha Election 2019. एक परिवार के रीतलाल प्रसाद वर्मा की मौत के बाद उनकी पत्नी चंपा वर्मा और फिर बेटे प्रणव वर्मा ने कोडरमा से लोकसभा चुनाव में किस्‍मत आजमाई।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Fri, 22 Mar 2019 05:46 PM (IST) Updated:Fri, 22 Mar 2019 05:46 PM (IST)
Lok Sabha Election 2019: तीन चुनावों में तीन निशान, पति-पत्‍नी के बाद पुत्र ने लड़ा चुनाव
Lok Sabha Election 2019: तीन चुनावों में तीन निशान, पति-पत्‍नी के बाद पुत्र ने लड़ा चुनाव

कोडरमा, [अनूप कुमार]। कोडरमा लोकसभा क्षेत्र में एक परिवार ऐसा है, जिसमें पति, पत्नी व पुत्र सभी लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं। पूर्व सांसद स्व. रीतलाल प्रसाद वर्मा वर्ष 1977 से 1999 तक हुए लोकसभा के आमचुनाव, उपचुनाव व मध्यावधि चुनाव मिलाकर हुए सभी आठ चुनावों में अपनी किस्मत आजमाई। इसमें पांच बार वे जीते, जबकि तीन बार हार का सामना करना पड़ा।

वहीं वर्ष 2004 में रीतलाल प्रसाद वर्मा की मौत के बाद उनकी पत्नी चंपा वर्मा वर्ष 2004 में हुए लोकसभा के आम चुनाव में बतौर झामुमो प्रत्याशी कोडरमा संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ीं, लेकिन इसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इस चुनाव में उनका मुकाबला भाजपा के तत्कालीन कद्दावर नेता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वे सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के साथ हुआ था, जिसमें चंपा वर्मा लगभग 2.12 लाख वोट लाकर दूसरे स्थान पर रहीं थीं।

वहीं वर्ष 2006 में लोकसभा के उपचुनाव में स्व. रीतलाल वर्मा के पुत्र प्रणव वर्मा भाजपा प्रत्याशी के रूप में निर्दलीय प्रत्याशी बाबूलाल मरांडी के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरे, लेकिन इस चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इस चुनाव मे वे तीसरे स्थान पर रहे। इसके बाद वर्ष 2009 के चुनाव में प्रणव वर्मा राजद के टिकट पर और 2014 का चुनाव जेवीएम के टिकट पर लड़े, लेकिन दोनों बार वे तीसरे स्थान पर ही रहे। कुछ माह पूर्व प्रणव वर्मा ने भाजपा में फिर से वापसी की है और इसबार फिर कोडरमा से उम्मीदवारी के प्रबल दावेदार हैं।

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