जीत आपके साथ भी होगी और आपके बिना भी, मुसलमान वोट नहीं देंगे तो सोचना पड़ेगा : मेनका
मुस्लिमों को धमकाने वाला मेनका का वीडियो वायरल। जिला निर्वाचन अधिकारी ने नोटिस देकर मांगा जवाब।
सुल्तानपुर, जेएनएन। केंद्रीय मंत्री व जिले से भाजपा प्रत्याशी मेनका गांधी का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें वह वोट के लिए मुसलमानों को धमकाती दिख रही हैं। यह वीडियो शहर से सटे गोराबारिक तुराबखाने (अमहट) में अल्पसंख्यकों के एक कार्यक्रम का है। वह गुरुवार को देर शाम संबोधन के लिए पहुंची थीं। वायरल वीडियो के अनुसार मेनका ने इसमें कहा है कि... मैं जीत रही हूं। लोगों की मदद व प्यार से मैं जीत रही हूं, लेकिन अगर मेरी जीत मुसलमानों के बगैर होगी तो ये मुझे बहुत अच्छा नहीं लगेगा।
इतना तो मैं बता देती हूं कि फिर दिल खट्टा हो जाता है। फिर जब मुसलमान आता है काम के लिए तो मैं सोचती हूं रहने ही दो, क्या फर्क पड़ता है। क्योंकि आखिर नौकरी एक सौदेबाजी भी तो होती है, बात सही है कि नहीं? ये नहीं कि हम महात्मा गांधी के छठीं औलाद हैं कि देते ही जाएंगे..देते ही जाएंगे और फिर इलेक्शन में मार खाते जाएंगे। बात सही है कि नहीं। ये आपको पहचानना पड़ेगा। ये जीत आपके बिना भी होगी और आपके साथ भी...और ये चीज आपको सब जगह फैलानी पड़ेगी।
वहीं इस मेनका गांधी ने इस पर प्रतिक्रया देते हुए कहा: "मैंने हमारे अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की बैठक बुलाई थी ... आप मेरा पूरा भाषण देखिए मैंने क्या कहा है... चैनल वाले सिर्फ अधूरी और एक ही लाइन चला रहे हैं।
#WATCH Union Minister Maneka Gandhi reacts on her remark during her speech before a gathering of Muslims in Sultanpur y'day. She says, "I had called a meeting of our minority cell...If you read my complete speech, channel is running that one sentence out of context & incomplete. pic.twitter.com/OaZ3h8VqTt
— ANI UP (@ANINewsUP) April 12, 2019
मेनका गांधी के इस विवादित बोल वाले वीडियो के सामने आते ही चुनाव आयोग सख्त हो गया है। जिला निर्वाचन अधिकारी दिव्य प्रकाश गिरि ने बताया कि मेनका गांधी को इसके लिए नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। बताया जा रहा है कि कार्यक्रम की अनुमति भी नहीं ली गई थी। मेनका ने अपने वक्तव्य में आगे कहा है कि मैं दोस्ती का हाथ लेकर आई हूं। और अगर आप पीलीभीत में पूछ लें कि मेनका गांधी कैसी थी। अगर आपको लगे कि कहीं भी हमसे गुस्ताखी होगी तो हमको वोट मत देना, लेकिन लगे कि हम खुले हाथ और खुले दिल के साथ आए हैं कि आपको कल मेरी जरूरत पड़ेगी।
हम ये इलेक्शन तो पार कर चुके हैं। आपको मेरी जरूरत के लिए नींव डालनी है तो ये है वक्त। आपकी पोलिंंग बूथ का जब रिजल्ट आएगा और उसमें 100 या 50 वोट निकलेंगे और उसके बाद आप मेरे पास काम के लिए आते हैं तो वही होगा मेरे साथ। समझ गए न। तो इसलिए जब आप मेरे ही हो तो क्यों नहीं मेरेे ही रहो। मैं कोई फासला नहीं रखती। मुझे कुछ नहीं मालूम कि कौन क्या है। केवल दर्द और प्यार देखती हूं। मैं पूरे सुल्तानपुर को निमंत्रण दे रही हूं कि आप मेरे दूत बन जाएं।