Loksabha Election 2019 : अलवर दुष्कर्म प्रकरण पर पीएम मोदी और मायावती में छिड़ी जंग

पीएम मोदी ने यूपी के कुशीनगर और देवरिया की जनसभाओं में कहा कि माया बहा रहीं घड़ियाली आंसू तो जवाब में मायावती ने कहा कि बसपा को नसीहत न दें अपने गिरेबां में झांककर देखें मोदी।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Sun, 12 May 2019 09:15 PM (IST) Updated:Sun, 12 May 2019 09:19 PM (IST)
Loksabha Election 2019 : अलवर दुष्कर्म प्रकरण पर पीएम मोदी और मायावती में छिड़ी जंग
Loksabha Election 2019 : अलवर दुष्कर्म प्रकरण पर पीएम मोदी और मायावती में छिड़ी जंग

लखनऊ, जेएनएन। अलवर सामूहिक दुष्कर्म प्रकरण पर राजनीति गरम हो गई है। रविवार को कुशीनगर और देवरिया की जनसभाओं में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अलवर प्रकरण पर मायावती घड़ियाली आंसू बहा रही हैं। उन्होंने कहा कि अगर वह इस घटना को लेकर वाकई गंभीर हैं तो राजस्थान में कांग्रेस से उन्हें अपना समर्थन वापस ले लेना चाहिए। पीएम मोदी के इस बयान के बाद पलटवार करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री व बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि मोदी इस कांड की आड़ में घृणित राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दलित महिला के साथ हुई इस घटना के दोषियों पर अगर सख्त कार्रवाई न हुई तो वह खुद उचित कदम उठाएंगी। उन्हें क्या करना है, यह मोदी न बताएं।

रविवार को कुशीनगर के कप्तानगंज कस्बे में आयोजित विजय संकल्प रैली में पीएम मोदी ने अलवर की घटना पर कांग्रेस के साथ ही बसपा प्रमुख को आड़े हाथों लेते हुए उन्हें तत्काल राजस्थान सरकार से समर्थन वापस लेने की चुनौती दी। उन्होंने कहा कि महामिलावटी लोग कैसे काम करते हैं, यह घटना इसका एक उदाहरण है। कांग्रेस और बसपा दोनों ही इस मामले को दबाने में जुटे हैं।

उन्होंने कहा कि बहनजी के साथ गेस्ट हाउस में घटना हुई थी तो देश की सभी महिलाओं को पीड़ा हुई थी। यूपी की बेटियां आज उनसे सवाल कर रही हैैं कि राजस्थान में ये क्या हो रहा है। बसपा की बहनजी अगर बेटियों की सच्ची हिमायती हैैं तो उन्हें फौरन राजस्थान सरकार से समर्थन वापस लेना चाहिए। मोदी ने यह भी कहा कि बेटियों पर राक्षसी अत्याचार करने वालों को सजा देने के लिए आपके चौकीदार ने फांसी की सजा का प्रावधान किया था।

अपने गिरेबां में झांककर देखें मोदी : मायावती

पीएम मोदी इस बयान के जवाब में मायावती ने बसपा की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि गुजरात के ऊना कांड, रोहित वेमुला कांड और भाजपा शासित प्रदेशों में दलितों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ ठोस कार्रवाई न होने पर अपनी नैतिक जिम्मेदारी स्वीकारते हुए पीएम मोदी को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि बसपा को नसीहत देने से पहले मोदी को अपने गिरेबां में झांककर देखना चाहिए।

चुनावी स्वार्थ में छल कर रहे मोदी : मायावती

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा खुद की जाति गरीब बताये जाने पर भी बसपा अध्यक्ष मायावती ने उन पर तीखा हमला बोला। उन्होंने ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों को बरगलाने के लिए अब एक नया चुनावी शिगूफा छोड़ा है। उनका कहना है कि उनकी जाति वही है जो गरीब की जाति है। ट्वीट में मायावती ने कहा कि चुनावी स्वार्थ के लिए मोदी न जाने अभी क्या-क्या छल करेंगे लेकिन, पांच साल तक करोड़ों गरीबों, मजदूरों, किसानों आदि की दुर्दशा के लिए जनता उनको कैसे माफ कर सकती है?

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