Loksabha Election 2019 : भाजपा प्रत्याशी घोषित होने के बाद स्मृति ईरानी का पहला अमेठी दौरा आज से

स्मृति जुबिन ईरानी लखनऊ में एयरपोर्ट पर उतरने के बाद आज सड़क मार्ग से अमेठी पहुंचेंगी। आज वह अमेठी संसदीय क्षेत्र के सलोन विधानसभा के परशदेपुर से प्रचार की शुरुआत करेंगी।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Thu, 04 Apr 2019 10:28 AM (IST) Updated:Thu, 04 Apr 2019 10:28 AM (IST)
Loksabha Election 2019  : भाजपा प्रत्याशी घोषित होने के बाद स्मृति ईरानी का पहला अमेठी दौरा आज से
Loksabha Election 2019 : भाजपा प्रत्याशी घोषित होने के बाद स्मृति ईरानी का पहला अमेठी दौरा आज से

अमेठी, जेएनएन। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ अमेठी से एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी घोषित होने के बाद स्मृति जुबिन ईरानी आज से अमेठी के दो दिन के दौरे पर रहेंगी। केंद्रीय कपड़ा मंत्री तथा भाजपा प्रत्याशी स्मृति ईरानी आज से अपना प्रचार अभियान शुरू कर देंगी। यहां पर कांग्रेस उनके ऊपर लगातार हमला कर रही है। एमएलसी दीपक सिंह ने कल प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनके खिलाफ भ्रष्टाचार का आरोप भी लगाया था।

स्मृति जुबिन ईरानी लखनऊ में एयरपोर्ट पर उतरने के बाद आज सड़क मार्ग से अमेठी पहुंचेंगी। आज वह अमेठी संसदीय क्षेत्र के सलोन विधानसभा के परशदेपुर से प्रचार की शुरुआत करेंगी। परशदेपुर के ज्ञान भारती इंटर कालेज में वह किसान सम्मेलन में शिकरत करेंगी। दोपहर दो बजे निकल कर भाजपा अमेठी विधायक गरिमा सिंह के आवास पर जाएंगी। वहां से पूर्व विधायक जमुना प्रसाद मिश्र के घर जाएंगी। इसके बाद मुसाफिरखाना के नंदमहर में युवा भाजपा नेता प्रियंक हरिविजय त्रिपाठी के घर वहां से जामो ब्लाक में गौरीगंज के पूर्व विधायक तेजभान सिंह व पूर्व मंत्री जंगबहादुर सिंह के घर जाएंगी।

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने लोकसभा चुनाव 2014 के बाद से अमेठी से अपना गहरा नाता जोड़ लिया है। भाजपा उम्मीदवार घोषित होने के बाद वह आज से दो दिन के दौरे पर अमेठी में रहेंगी। सबसे खास बात यह है कि आज स्मृति ईरानी अमेठी में तब होंगी तब वहां से सांसद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी केरल के वायनाड में अपना नामांकन दाखिल कर रहे होंगे। राहुल गांधी पहली बार दो जगह से लोकसभा को चुनाव लड़ रहे हैं। इस बार अमेठी के साथ केरल की वायनाड सीट से भी राहुल मैदान में हैं।

अपने इस दौरे के पर स्मृति ईरानी राहुल के दो जगह से चुनाव लडऩे के मुद्दे को भी उठाएंगी। भाजपा पहले से ही इस फैसले पर हमलावर रही है। स्मृति का कहना है कि हार के डर से राहुल वायनाड भाग गए हैं। स्मृति ईरानी 2014 लोकसभा चुनाव में भी राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ी थीं। कड़ी टक्कर देने के बावजूद उन्हें जीत नहीं मिली। 

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