महाभारतकालीन क्षेत्र है होशियारपुर, पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह भी रह चुके हैं यहां से सांसद
होशियारपुर की पहचान उत्तर भारत के बड़े ज्योतिष केंद्र के रूप में है। महाभारत काल में भी इसका जिक्र मिलता है। इस सीट से पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह सांसद रह चुके हैं।
जेएनएन, होशियारपुर। होशियारपुर की पहचान उत्तर भारत के बड़े ज्योतिष केंद्र के रूप में है। महाभारत काल में भी इसका जिक्र मिलता है। इस सीट से पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह सांसद रह चुके हैं। उनके अलावा बसपा संस्थापक कांशी राम यहां से लोकसभा चुनाव जीते थे। इसी सीट से बसपा प्रमुख मायावती चुनाव हार चुकी हैं। उन्हें भाजपा के कमल चौधरी ने हराया था।
हलके में अधिकांश हिस्सा कंडी या बेट इलाके के अधीन आता है। यहां रोजगार मुहैया कराना बड़ी चुनौती है। अधिकतर लोकसभा चुनाव में यहां कांग्रेस को जीत मिली है। वर्ष 2009 में इसे आरक्षित कर दिया गया था। कुछ पुराने विधानसभा हलके काटकर नए हलके शामिल किए गए थे। अभी भाजपा के विजय सांपला यहां से सांसद हैं। इस क्षेत्र एनआरआइज का भी काफी दबदबा है। ज्यादातर लोग बिजनेस और कृषि करते हैं।
विधानसभा हलकों में किसका दबदबा
डेमोग्राफी
पांच साल में बड़ी घटना
जुलाई 2018 में होशियारपुर में डायरिया फैसले से सात लोगों की मौत हो गई और करीब एक हजार लोग बीमार हुए थे।
विकास का हाल
सड़क-बिजली अादि तो यहां ठीक है, लेकिन रोजगार बहुत कम है। कंडी इलाके में इंडस्ट्री पैकेज लाने का मुद्दा हर चुनाव में उछलता है, लेकिन चुनाव खत्म होते ही यह मामला ठंडे बस्ते में चला जाता है।
स्थानीय मुद्दे
कंडी इलाके में बड़ी इंडस्ट्री न लग पाना। कैंसर अस्पताल का काम पूरा न होना। कंडी इलाके में जंगली जानवरों की समस्या।