Loksabha Election 2019 : जालौन पिछली बार का भी नहीं तोड़ सका रिकार्ड, 57.32 फीसद मतदान
नौ गांवों के एक भी मतदाता ने नहीं डाला वोट एक दर्जन स्थानों पर ईवीएम खराब होने से आई दिक्कत
जालौन, जेएनएन। सत्रहवीं लोकसभा के लिए सोमवार को हुए मतदान में जालौन-गरौठा-भोगनीपुर संसदीय क्षेत्र के 1929137 मतदाताओं में से 57.32 फीसद मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। जिले के नौ गांव ऐसे रहे जहां पर विभिन्न कार्यों के न होने से परेशान ग्रामीणों में से एक ने भी मतदान नहीं किया। जिले में करीब एक दर्जन स्थानों पर ईवीएम खराबी की वजह से थोड़ी दिक्कत आई। वैसे जिले में शांतिपूर्ण ढंग से मतदान हुआ जिससे प्रशासन ने राहत की सांस ली। पिछले लोकसभा चुनाव में मतदान फीसद जहां 58.83 फीसद रहा था, वहीं इस बार 1 फीसद नीचे गिर कर 57.32 फीसद ही मतदान किया जा सका।
सुबह की तीखी धूप मतदाताओं के सामने बेअसर दिखाई दी। 1529 मतदान केन्द्रों के 2326 बूथों पर सुबह सात बजे से ही मतदाताओं की कतार लगनी शुरू हो गई। धूप के साथ ही मतदाताओं को जोश भी बढ़ता दिखाई दिया और मतदान फीसद समय के साथ बढ़ता रहा। हालांकि दोपहर में जरूर कुछ मतदान केन्द्रों पर सन्नाटा पसर गया। शाम छह बजे मतदाताओं ने अपने वोट की चोट करते हुए फैसला दे दिया, हालांकि बाजी किसके हाथ लगेगी, यह परिणाम घोषित होने के बाद ही पता चलेगा।
संसदीय क्षेत्र से भाजपा के भानुप्रताप वर्मा, बसपा के अजय ङ्क्षसह पंकज, कांग्रेस के बृजलाल खाबरी समेत पांच उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे थे। उनके भाग्य का फैसला सोमवार को मतदाताओं ने ईवीएम में कैद कर दिया। मतदान को लेकर दिन भर अधिकारी दौड़-भाग में जुटे रहे। जालौन जिले के कदौरा ब्लाक के जकसिया व मुश्ताक नगर और डकोर ब्लाक के खरका, टीकर, बंधौली, सिमरिया, ऐर, ददरी, कुरौना समेत नौ गांवों के मतदाता अधिकारियों के मनाने पर भी नहीं माने और उन्होंने मतदान नहीं किया।
माधौगढ़ और कोंच में भी बहिष्कार की आवाज उठी, लेकिन अधिकारियों के समझाने पर ग्रामीण मतदान को राजी हो गए और वहां पर शांतिपूर्ण ढंग से मतदान हुआ। डकोर ब्लाक के बंधौली गांव के ग्रामीणों का आरोप है कि शाम को अंतिम समय पुलिस ने जबरिया एक ग्रामीण का वोट डलवा दिया और बल प्रयोग किया। जालौन जिले के तीन विधानसभा क्षेत्रों उरई, माधौगढ़ और कालपी में 57.09 फीसद मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।