लोकसभा चुनाव: सर्वे तय करेगा भाजपा में किसे मिलेगा टिकट
भाजपा प्रत्याशियों के चयन के मद्देनजर दो दौर का सर्वे होने के बाद अब फाइनल सर्वे कराया जा रहा है जिसके तहत संभावित दावेदारों के जमीनी धरातल को कसौटी पर परखा जा रहा है।
देहरादून, राज्य ब्यूरो। लोकसभा चुनाव के लिए कमर कस चुकी भाजपा का राष्ट्रीय नेतृत्व उत्तराखंड को विशेष तवज्जो दे रहा है। यहां भाजपा के सामने लोस चुनाव में पिछला प्रदर्शन दोहराने, यानी सभी पांचों सीटों पर फिर से परचम फहराने की चुनौती है। इसे देखते हुए पार्टी फूंक-फूंककर कदम रख रही है। इसी कड़ी में प्रत्याशियों के चयन के मद्देनजर दो दौर का सर्वे होने के बाद अब फाइनल सर्वे कराया जा रहा है, जिसके तहत संभावित दावेदारों के जमीनी धरातल को कसौटी पर परखा जा रहा है। माना जा रहा है कि राष्ट्रीय नेतृत्व इसका संज्ञान लेगा और प्रत्याशियों के चयन में यह सर्वे रिपोर्ट अहम भूमिका निभाएगी।
2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने उत्तराखंड की सभी पांंचों सीटों पर परचम फहराया था। इसके बाद राज्य विधानसभा के चुनावों में पार्टी ने ऐतिहासिक प्रदर्शन कर 70 विस सीटों में से 57 पर कब्जा जमाया। छोटी सरकार यानी नगर निकाय चुनावों में भी उसे नगर निगमों में अच्छी सफलता मिली। अब भाजपा के सामने आगामी लोकसभा चुनाव में भी ऐसा ही प्रदर्शन दोहराने की चुनौती है। यही वजह भी है कि पार्टी नेतृत्व लोस चुनाव के लिए फूंक-फूंककर कदम रख रहा है।
पांच राज्यों के विस चुनावों के नतीजों के सामने आने के बाद राष्ट्रीय नेतृत्व ने पार्टी की राज्य इकाइयों के पेच कसने के क्रम में उत्तराखंड पर भी खास फोकस किया। असल में पांच राज्यों के विस चुनाव के बाद यहां भी चिंता की लकीरें भी खिंची। इसका कारण ये कि यदि पार्टी यहां लोस चुनाव में फिर से पाचों सीटें हासिल नहीं कर पाती तो इसकी तुलना उसके पिछले प्रदर्शन से की जाएगी। अर्थात एक भी सीट कम हुई तो माना जाएगा कि भाजपा अपना पिछला प्रदर्शन बरकरार नहीं रख पाई।
राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो इस सबको देखते हुए भाजपा नेतृत्व बूथ स्तर तक पार्टी संगठन को मजबूत करने में जुटा है। साथ ही उन प्रत्याशियों पर ही दांव खेला जाएगा, जो जिताऊ हों। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, राष्ट्रीय महामंत्री संगठन रामलाल समेत अन्य राष्ट्रीय नेताओं ने हालिया उत्तराखंड दौरों के दरम्यान यह साफ भी किया कि हमें हर हाल में राज्य की पांचों लोकसभा सीटें जीतनी हैं।
अब जबकि लोस चुनाव का एलान होने में वक्त कम है तो पार्टी ने जिताऊ प्रत्याशियों की खोज के क्रम में सर्वे शुरू किया है। पार्टी सूत्रों की मानें तो दो दौर के सर्वे हो चुके हैं और अब फाइनल सर्वे चल रहा है। इसके लिए सभी पांचों लोकसभा क्षेत्रों में लोगों के बीच जाकर संभावित दावेदारों को कसौटी पर परखा जा रहा है। सूत्र बताते हैं कि लोस चुनाव का एलान होने से पहले पार्टी नेतृत्व को सौंप दी जाएगी।
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