Lok Sabha Election 2019 : घमासान के बीच जाने कौन निकले आगे ....

Lok Sabha Election 2019. सिंहभूम क्षेत्र के प्रत्याशियों का भाग्य करीबन साढ़े बारह लाख मतदाता तय करेंगे। चुनाव प्रचार में अब तक कांग्रेस व भाजपा में ही सीधी टक्कर दिख रही।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Thu, 09 May 2019 02:02 PM (IST) Updated:Thu, 09 May 2019 02:02 PM (IST)
Lok  Sabha Election 2019 : घमासान के बीच जाने कौन निकले आगे ....
Lok Sabha Election 2019 : घमासान के बीच जाने कौन निकले आगे ....

चक्रधरपुर, दिनेश शर्मा।  सिंहभूम संसदीय क्षेत्र में चुनाव प्रचार अब धीरे-धीरे गति पकडऩे लगा है। बढ़ते तापमान के साथ चुनावी बुखार भी चढ़ रहा है।सिंहभूम संसदीय क्षेत्र में 12 मई को मतदान होना है। क्षेत्र के प्रत्याशियों का भाग्य करीबन साढ़े बारह लाख मतदाता तय करेंगे। चुनाव प्रचार में अब तक कांग्रेस व भाजपा में ही सीधी टक्कर दिख रही है।

गीता कोड़ा ने अपने प्रचार अभियान को मुख्यत: दो बिन्दुओं पर केन्द्रित कर रखा है। पहला बिन्दु मोदी-गिलुवा की कड़ी आलोचना व दूसरा पति मधु कोड़ा के मुख्यमंत्रित्व काल में चाईबासा में कोल्हान विश्वविद्यालय, इंजीनियरिंग कालेज व मेडिकल कालेज की स्थापना का निर्णय समेत पूरे संसदीय क्षेत्र के लिए किए गए कार्याें का जोरशोर से बखान किया गया है। यह भी बताया कि मुसलमानों के लिए रांची में हज हाउस का निर्माण व मदरसा टीचरों के मानदेय में वृद्धि भी उन्हीं की उपलब्धि रही है। रणनीति यह है कि वे अपनी छवि तेजी से विकास कार्य करने वाले की बताना चाहते हैं।

इधर भाजपा प्रत्याशी लक्ष्मण गिलुवा पीएम, सीएम, अमित शाह व राजनाथ सिंह की सभाओं के दौरे के बाद अब अहले सुबह से देर रात तक ग्राउंड वर्क पर ध्यान देने का इरादा जाहिर कर रहे हैं। भाजपा प्रत्याशी पार्टी के कैडरों के मजबूत आधार और आरएसएस व अन्य सहयोगी संगठनों की मदद पर कुछ ज्यादा ही निर्भर दिखाई दे रहे हैं। हालांकि दौराने चुनाव प्रचार यह स्पष्ट दिख रहा है कि दोनों ही प्रत्याशी मोदी नाम के सहारे हैं। एक मोदी नाम की माला का जाप कर रहा है, तो दूजा मोदी की आलोचना। बहरहाल अब देखना यह है कि प्रचार के घटाटोप के बाद 12 मई को जनता जनार्दन फैसले का बटन किसके नाम पर दबाती है।

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