Bihar Lok Sabha Election 2019: बिहार के चित्तौड़गढ़, औरंगाबाद में किसे चुनेगी जनता

Bihar Lok Sabha Election 2019 Live Updates बिहार के औरंगाबाद सीट को मिनी चित्तौड़गढ़ कहा जाता है। इस बार भाजपा के सुशील सिंह और महागठबंधन के उपेंद्र प्रसाद वर्मा के बीच मुकाबला है।

By Kajal KumariEdited By: Publish:Thu, 11 Apr 2019 10:06 AM (IST) Updated:Thu, 11 Apr 2019 05:20 PM (IST)
Bihar Lok Sabha Election 2019: बिहार के चित्तौड़गढ़, औरंगाबाद में किसे चुनेगी जनता
Bihar Lok Sabha Election 2019: बिहार के चित्तौड़गढ़, औरंगाबाद में किसे चुनेगी जनता

 पटना, जेएनएन। औरंगाबाद जिले को बिहार का मिनी चित्तौड़गढ़ भी कहा जाता है। इस क्षेत्र में शुरू से ही राजपूतों का दबदबा रहा है। इस बार इस सीट से जहां एनडीए की तरफ से भाजपा से सुशील सिंह अपनी किस्मत आजमा रहे हैं तो वहीं महागठबंधन से हम के उम्मीदवार उपेंद्र प्रसाद वर्मा मैदान में हैं।

लोकसभा चुनाव के पहले चरण के लिए बिहार में चार सीटों के लिए हो रहे मतदान में औरंगाबाद के लोगों ने दो प्रमुख प्रत्याशियों का भाग्य तय कर दिया।
औरंगाबाद कहलाता है बिहार का चित्तौड़गढ़
औरंगाबाद में राजपूतों की आबादी सबसे अधिक है, इसीलिए इसे  मिनी चित्तौड़गढ़ भी कहा जाता है। यहां साल 1952 के पहले चुनाव से अब तक सिर्फ राजपूत उम्मीदवार ही विजयी हुये हैं। यहां के लोकसभा चुनावों में सत्येंद्र नारायण सिंह और लुटन बाबू का परिवार ही आमने-सामने रहा है।

इस सीट पर मतदाताओं की कुल संख्या 13 लाख 76 हजार 323 है, जिनमें से पुरुष मतदाता 7 लाख 38 हजार 617 हैं. जबकि महिला मतदाता 6 लाख 37 हजार 706 हैं. वहीं अगर जातीय समीकरण की बात करें तो औरंगाबाद में राजपूतों की संख्या सबसे ज्यादा है।

दूसरे स्थान पर यादव वोटर हैं जिनकी संख्या 10% है. मुस्लिम वोटर 8.5 प्रतिशत, कुशवाहा 8.5 प्रतिशत और भूमिहार वोटरों की संख्या 6.8% है। एससी और महादलित वोटरों की संख्या इस लोकसभा क्षेत्र में 19% है, जो प्रत्याशी इस 19 फीसदी वोटरों को अपने पाले में लाने में सफल होता है, उसी के सिर पर यहां का ताज़ सजता है।

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