कर्नाटक चुनाव के नतीजों में सस्पेंस का माहौल, कांग्रेस-JDS के साथ आने की संभावना बढ़ी

कर्नाटक में पीएम मोदी का पीपीपी मॉडल सच साबित होता दिख रहा है, जिसके तहत कांग्रेस पंजाब, पुदुचेरी और परिवार तक सिमटकर रह गई है।

By Digpal SinghEdited By: Publish:Tue, 15 May 2018 10:35 AM (IST) Updated:Tue, 15 May 2018 02:19 PM (IST)
कर्नाटक चुनाव के नतीजों में सस्पेंस का माहौल, कांग्रेस-JDS के साथ आने की संभावना बढ़ी
कर्नाटक चुनाव के नतीजों में सस्पेंस का माहौल, कांग्रेस-JDS के साथ आने की संभावना बढ़ी

नई दिल्ली, [स्पेशल डेस्क]। कर्नाटक विधानसभा के रुझान अब धीरे-धीरे नतीजों में तब्दील हो रहे हैं। भाजपा सबसे बड़े दल के रूप में उभरी है, लेकिन वह अब भी बहुमत से कुछ कदम दूर दिख रही है। इस बीच कांग्रेस ने अपना दांव खेलते हुए जेडीएस को समर्थन देने की बात कही है। कांग्रेस का कहना है कि वह एचडी कुमारास्वामी को मुख्यमंत्री पद के लिए समर्थन देने को तैयार है।

भले ही कांग्रेस जेडीएस को समर्थन देकर भाजपा को सत्ता से दूर रखने की कोशिश में जुट गई हो, लेकिन कर्नाटक में कांग्रेस के सत्ता गंवाने के साथ ही पीएम मोदी का पीपीपी मॉडल सच साबित होता दिख रहा है। इसके तहत कांग्रेस पंजाब, पुदुचेरी और परिवार तक सिमटकर रह गई है। दरअसल पीएम मोदी की ओर से कर्नाटक चुनाव प्रचार के दौरान कहा था कि 15 मई को कर्नाटक चुनाव के नतीजे आएंगे, तो कांग्रेस इंडियन नेशनल कांग्रेस न रहकर पीपीपी कांग्रेस बन जाएगी, यानि कांग्रेस पंजाब, पुदुचेरी और परिवार तक सीमित रह जाएगी। वहीं, काग्रेंस के लिए कर्नाटक चुनाव के नतीजे भूकंप सरीखे महसूस किए जा रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष की ओर से चुनावी प्रचार में कहा गया था कि संसद में उनके भाषण के सामने पीएम मोदी 15 मिनट खड़े नहीं हो पाएंगे। लेकिन भूकंप के झटके भाजपा को नहीं बल्कि कांग्रेस को महसूस हो रहे हैं।

चुनावी झटकों के बाद कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी को विपक्ष का चेहरा बनाने की कोशिशें जमींदोज हो गई हैं। कर्नाटक चुनाव के नतीजों के बाद मोदी विरोधी एक बार फिर से विपक्षी एकता का राग छेड़ सकते हैं। लेकिन उसमें राहुल गांधी का कद छोटा ही रहेगा। वहीं, इस विपक्षी एकता के मुद्दे पर सवाल उठता है कि जब राग में कोई साज नहीं साजिंदे कहां से जुटेंगे। सवाल यह भी है कि कार्यक्रम का बुनियादी कार्यक्रम क्या होगा। क्या विपक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व को स्वीकार करेगा। ऐसे में सामूहित एजेंडे की बातचीत कैसे बनेगी। दरअसल विपक्ष का विरोध मुद्दों पर न होकर एक व्यक्ति विशेष पर है। ऐसे में क्या विपक्ष एकजुट होकर चुनाव जीत लेगा।

कांग्रेस पिछले विधानसभा चुनाव के मुकाबले आधी सीटों पर सिमटती दिख रही है, जबकि जनता दल सेक्युलर रेस में नजर नहीं आ रही है। बता दें कि राज्य में विधानसभा की 224 सीटें हैं, लेकिन दो सीटों पर अलग-अलग कारणों से मतदान नहीं हो पाया था।

मतगणना जारी है और सत्ता के शिखर पर कौन पहुंचेगा यह भी जल्द ही तय हो जाएगा। एक ओर कर्नाटक में येद्दियुरप्पा और सिद्दारमैया की साख दांव पर है तो दूसरी ओर इस चुनाव को पीएम नरेंद्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की रणनीति की भी परीक्षा माना जा रहा है। क्योंकि यह चुनाव साल 2019 में होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए भी जमीन तैयार करेंगे।

बता दें कि कर्नाटक में शनिवार 12 मई को मतदान हुआ था। मतदान के तुरंत बाद तमाम टीवी चैनलों पर एग्जिट पोल का प्रसारण शुरू हो गया था। राष्ट्रीय और क्षेत्रीय टेलीविजन चैनलों पर प्रसारित ज्यादातर एग्जिट पोलों में भाजपा को सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरती दिखाया गया था। आज जब नतीजे सामने आ रहे हैं तो एग्जिट पोल सर्वे सही साबित होते दिख रहे हैं।

प्रसारित हुए आठ एग्जिट पोल में से 6 ने भाजपा को सबसे बड़ी पार्टी के तौर दिखाया गया था। जबकि सात पोल्स ने त्रिशंकु विधानसभा के आंकड़े दिखाए थे। एबीपी-सी वोटर, न्यूजएक्स-सीएनएक्स, रिपब्लिक-जन की बात और न्यूज नेशन एग्जिट पोल्स ने कर्नाटक में भाजपा को सबसे बड़ी पार्टी बनता दिखाया था। इनके अलावा क्षेत्रीय चैनल दिग्विजय-विजयवाणी ने भी अपने सर्वे में भाजपा को सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर दिखाया था।

ऐसे थे एग्जिट पोल के नतीजे

रिपब्लिक टीवी
भाजपा - 95-114
कांग्रेस - 73-80
जेडीएस प्लस - 32-43
अन्य - 2-3

न्यूज नेशन
भाजपा - 105-109
कांग्रेस - 71-75
जेडीएस प्लस - 36-40
अन्य - 3-5

न्यूज एक्स - सीएनएक्स
भाजपा - 102-110
कांग्रेस - 70-78
जेडीएस प्लस - 35-39
अन्य - 3-5

दिग्विजय न्यूज
भाजपा - 103-107
कांग्रेस - 76-80
जेडीएस प्लस - 31-35
अन्य - 4-5

एबीपी-सी वोटर
भाजपा- 101-113
कांग्रेस - 82-94
जेडीएस प्लस - 18-31
अन्य - 1-8

इंडिया टुडे - एक्सिस माय इंडिया
भाजपा - 79-92
कांग्रेस - 106-118
जेडीएस+- 22-30
अन्य - 1-4

टाइम्स नाऊ - वीएमआर
भाजपा - 80-93
कांग्रेस - 90-103
जेडीएस - 31-39
अन्य - 2-4

सुवर्णा न्यूज 24*7
भाजपा - 79-92
कांग्रेस - 106-118
जेडीएस प्लस - 22-30
अन्य - 1-4

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