Jharkhand Assembly Election 2019: जदयू ने भी खोला पिटारा, झारखंड में भी शराबबंदी लागू करने का वादा

Jharkhand Election 2019. नीतीश कुमार की पार्टी ने पहले चरण की सीटों पर मतदान खत्म होने के बाद घोषणापत्र जारी किया। नौकरी में आदिवासियों-मूलवासियों को प्राथमिकता देने का वादा।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Thu, 05 Dec 2019 07:20 PM (IST) Updated:Thu, 05 Dec 2019 07:20 PM (IST)
Jharkhand Assembly Election 2019: जदयू ने भी खोला पिटारा, झारखंड में भी शराबबंदी लागू करने का वादा
Jharkhand Assembly Election 2019: जदयू ने भी खोला पिटारा, झारखंड में भी शराबबंदी लागू करने का वादा

रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Assembly Election 2019 - जदयू झारखंड में भी नीतीश कुमार के माडल को आगे बढ़ाएगी। जदयू ने चुनाव को लेकर अपने वादों और संकल्पों का पिटारा गुरुवार को खोल दिया। एनडीए में शामिल होते हुए भी झारखंड में भाजपा से अलग होकर अकेले चुनाव लड़ रही जदयू ने पहले चरण की 13 सीटों पर मतदान खत्म होने के बाद तथा दूसरे चरण की 20 सीटों पर चुनाव प्रचार लगभग खत्म होने के समय अपना घोषणापत्र जारी किया।

इसमें जदयू की सरकार बनने पर बिहार की तरह झारखंड में भी शराबबंदी लागू करने तथा देसी शराब और हडिय़ा बेचनेवालों को आर्थिक सहायता देकर दूसरे रोजगार से जोडऩे का वादा किया गया है। बिहार के सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार, प्रदेश सह प्रभारी अरुण कुमार तथा प्रदेश अध्यक्ष सालखन मुर्मू ने घोषणापत्र जारी करते हुए कहा कि झारखंड की दशा-दिशा में बदलाव की जरूरत है। इसलिए पार्टी के घोषणापत्र में बदलाव के दस सूत्रों पर फोकस किया गया है।

नीरज कुमार ने बिहार में हुए विकास कार्यों की तुलना झारखंड की स्थिति से करते हुए कहा कि 'नीतीश मॉडल' ही झारखंड को विकास मार्ग प्रशस्त कर सकता है। पार्टी ने बदलाव के दस सूत्रों में शराबबंदी के अलावा घर-घर निर्बाध बिजली, हर गांव-घर को नल का जल, सबको पढऩे का अवसर, युवाओं को बल सहित पर्यावरण संरक्षण के लिए बिहार की तरह जल-जंगल-हरियाली अभियान झारखंड में भी शुरू करने के वादे किए हैं।

जहां सभी दलों ने पिछड़ों के आरक्षण की सीमा बढ़ाने पर जोर दिया है, वहीं जदयू ने नौकरी में आदिवासियों और मूलवासियों को प्राथमिकता का भरोसा दिलाया है। साथ ही महिलाओं को नौकरी व पंचायत चुनाव में विशेष आरक्षण का वादा किया है। इसने आर्थिक रूप से पिछड़े सवर्णों को भी निर्धारित आरक्षण देने की भी घोषणा की है। पार्टी ने सीएनटी-एसपीटी में छेड़छाड़ नहीं करने तथा औद्योगिक विकास के लिए लैंड बैंक बनाने के बजाए रुग्ण व बंद पड़े उद्योगों को ही फिर से चालू करने का वादा किया है।

पार्टी ने शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, जल प्रबंधन आदि में कई लोक-लुभावन वादे भी किए हैं। इनमें लड़कियों को पीजी तक मुफ्त शिक्षा, आदिवासी व महिला विश्वविद्यालय की स्थापना, गरीब परिवारों को प्रतिमाह 30 किलो अनाज, प्रमंडलों में इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना आदि शामिल हैं। मौके पर पार्टी के महासचिव श्रवण कुमार, प्रवीण सिंह, रवींद्र प्रसाद सिंह, आफताब जमील तथा पार्टी के अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

'दैनिक जागरण' द्वारा उठाए गए मुद्दे भी जदयू के घोषणापत्र में शामिल

जदयू ने अपने घोषणापत्र में ऐसे मुद्दों को भी शामिल किया है जिन्हें दैनिक जागरण ने 'इस बार वोट झारखंड के लिए' अभियान के तहत प्रमुख रूप से उठाया था। इनमें हर पंचायत में एक हाई स्कूल व प्रखंड में कॉलेज की स्थापना, सामूहिक अखड़ा व धुमकुडिय़ा भवन के निर्माण, प्राथमिक उप स्वास्थ्य केंद्रों को प्रभावी बनाना, भाषा अकादमी की स्थापना आदि शामिल हैं।

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