Jharkhand Election 2019: सरयू राय पर बोले ओम माथुर, हमारे लिए वे आम आदमी-टिकट के लिए खुद किया था मना

Jharkhand Assembly Election 2019 भाजपा के चुनाव प्रभारी ओम माथुर ने कहा कि सहयोगी दल की आकांक्षा बहुत बढ़ गई थी। लेकिन भाजपा से कोई अकेले मुकाबला नहीं कर सकता।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Sat, 23 Nov 2019 08:30 PM (IST) Updated:Sat, 23 Nov 2019 08:30 PM (IST)
Jharkhand Election 2019: सरयू राय पर बोले ओम माथुर, हमारे लिए वे आम आदमी-टिकट के लिए खुद किया था मना
Jharkhand Election 2019: सरयू राय पर बोले ओम माथुर, हमारे लिए वे आम आदमी-टिकट के लिए खुद किया था मना

रांची, राज्य ब्यूरो। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और झारखंड विधानसभा चुनाव के प्रभारी ओम प्रकाश माथुर का दावा है कि जमशेदपुर में मुख्यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ चुनाव लडऩे वाले पूर्व मंत्री सरयू राय ने खुद टिकट के लिए मना कर दिया था। सरयू उनके लिए आम आदमी हैैं। उन्होंने दोहराया कि भाजपा को पूरा समर्थन मिल रहा है और 65 पार का लक्ष्य कोई मुश्किल नहीं है। इसके लिए भाजपा की टीम राजनीतिक और तकनीकी स्तर पर काम कर रही है।

माथुर ने लोहरदगा-लातेहार सीमा पर हुई नक्सली वारदात को लेकर कहा कि राज्य में नक्सलवाद पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है और यह भी कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष ने लगभग खत्म होने की बात कही थी, पूरी तरह से खत्म होने की बात नहीं। बताया कि 25 को प्रधानमंत्री पहले चरण में दो चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे। मीडिया सेंटर में प्रेस से बात करते हुए माथुर ने कहा कि पार्टी के प्रति जनता का विश्वास बढ़ा है। 19 वर्षों में सबसे बेहतर काम रघुवर सरकार ने किया है। जनता स्थायित्व और विकास दोनों चाहती है और यह कार्य भारतीय जनता पार्टी की कर सकती है।

ओम माथुर ने कहा कि पिछले 5 वर्षों में रघुवर सरकार ने हर वर्ग तक अपनी पहुंच बनाई है और उसके कल्याण एवं उत्थान के लिए कार्य किए हैं। 13वें वित्त आयोग में कांग्रेस सरकार ने झारखंड को 55,253 करोड़ रुपये दिए, जबकि 14वें वित्त आयोग में मोदी सरकार ने झारखंड को लगभग छह गुना अधिक 3,08,487 करोड़ रुपये दिए। इस दौरान उन्होंने राज्य में संचालित योजनाओं का भी जिक्र किया।

भाजपा से कोई अकेले मुकाबला नहीं कर सकता

महाराष्ट्र में राजनीतिक घटनाक्रम पर उन्होंने कहा कि सहयोगी दल (शिवसेना) के लिए पार्टी ने क्या-क्या नहीं किया, लेकिन उन्होंने अलग राह पकड़ ली। हम दोनों को पूर्ण बहुमत मिला था, जिसके बाद उन्होंने अलग राह बना ली। सहयोगी दल की आकांक्षा बहुत बढ़ गई थी। लेकिन, भाजपा से कोई अकेले मुकाबला नहीं कर सकता।

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