Delhi Assembly Elections 2020: भाजपा ने केजरीवाल सरकार की स्वास्थ्य सेवा पर जारी किया रिपोर्ट कार्ड
Delhi Assembly Elections 2020 लोक नीति शोध केंद्र ने आरटीआइ से मिली जानकारी के आधार पर दिल्ली सरकार की स्वास्थ्य सेवा पर रिपोर्ट जारी किया।
नई दिल्ली, जागरण संवाददादाता। Delhi Assembly Elections 2020: दिल्ली भाजपा के नेताओं ने बुधवार को प्रेसवार्ता कर आम आदमी पार्टी पर जमकर निशाना साधा है। पार्टी नेताओं ने लोक नीति शोध केंद्र ने आरटीआइ से मिली जानकारी के आधार पर दिल्ली सरकार की स्वास्थ्य सेवा पर रिपोर्ट जारी किया। भाजपा ने आरोप लगाया कि दिल्ली की स्वास्थ्य सेवा वेंटिलेटर पर है।
लोक नीति शोध केंद्र के निदेशक सुमित भसीन ने बताया कि 131 आरटीआइ दाखिल करके और 44 स्वास्थ्य केंद्रों का निरीक्षण कर यह रिपोर्ट तैयार की गई है। 2014 की तुलना में 97 डिस्पेंसरी कम हुए। 5 साल के दौरान अस्पतालों में मात्र 394 बिस्तर जोड़े गए। उन्होंने कहा कि 1000 मोहल्ला क्लिनिक खोलने का वादा किया गया था, लेकिन सिर्फ 292 खोले गए। दिल्ली में डायरिया और सांस की बीमारी से मरने वालों की संख्या में 27 फीसद की वृद्धि हुई।
लोक नीति शोध केंद्र के निदेशक और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनय सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि स्वास्थ्य और शिक्षा को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। दिल्ली सरकार पांच वर्षों में स्वास्थ्य विभाग के लिए आवंटित बजट का उपयोग नहीं कर सकी है। दिल्ली में एंटी रैबिज इंजेक्शन की कमी है। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में खांसी, जुकाम, बुखार के मरीजों की भीड़ रहती है, इससे पता चलता है कि मोहल्ला क्लिनिक पर लोगों को विश्वास नहीं है।
दक्षिणी दिल्ली के भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी ने कहा कि केजरीवाल ने 900 प्राइमरी हेल्थ सेंटर खोलने का वादा किया था। गरीबों को गुमराह करने के लिए मोहल्ला क्लिनिक का नाटक किया गया। अधिकांश क्लिनिक बंद रहते हैं। विजिलेंस की जांच में दिल्ली सरकार के अस्पतालों में उपकरण मानक के अनुरूप नहीं मिले, सरकार ने इसकी जांच नहीं की। हाई कोर्ट ने भी कहा है कि दिल्ली सरकार के अस्पताल में इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी है। उन्होंने कहा कि मलेरिया व डेंगू पर नियंत्रण निगमों ने किया और श्रेय केजरीवाल ले रहे हैं। आयुष्मान के लाभ से गरीबों को वंचित किया जा रहा है।
नई दिल्ली संसदीय क्षेत्र की सांसद मीनाक्षी लेखी ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने सरकार अस्पतालों में 30 हजार बिस्तर जोड़ने का वादा किया था लेकिन 394 जोड़ा गया। प्रति एक हजार पर 5 बिस्तर की व्यवस्था का वादा किया गया था लेकिन 2 उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में एक भी प्राइमरी हेल्थ सेंटर नहीं खोला गया। यहां पर इंफ्रास्ट्रक्चर, डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ की कमी। पंत अस्पताल का ऑपरेशन थियेटर बंद हो गया।