बिहार विधानसभा चुनाव 2020 : सीमांचल में तस्वीर हुई साफ, नए योद्धा पर राजद और कांग्रेस ने लगाया दांव

सीमांचल में एनडीए ने जहां तीन पुराने योद्धओं को मैदान में उतारा है तो महागठंधन ने तीन नए योद्धाओं पर दांव लगाया है। कांग्रेस से एकमात्र सिङ्क्षटग विधायक तौसीफ आलम पुराने हैं। जबकि किशनगंज से इजहार हुसैन को मौका दिया है।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Sat, 17 Oct 2020 12:56 PM (IST) Updated:Sat, 17 Oct 2020 12:56 PM (IST)
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 : सीमांचल में तस्वीर हुई साफ, नए योद्धा पर राजद और कांग्रेस ने लगाया दांव
सीमांचल में विधानसभा चुनाव को लेकर अखाड़ा तैयार हो चुका है।

किशनगंज, जेएनएन। विधानसभा चुनाव को लेकर अखाड़ा तैयार हो चुका है। एनडीए और महागठबंधन की ओर उम्मीदवारों के नाम तय हो चुका है। एनडीए से जदयू, भाजपा और विइंपा के प्रत्याशी घोषित हो चुके हैं। वहीं राजद और कांग्रेस ने भी विधिवत घोषणा कर दिया है।

एनडीए ने जहां तीन पुराने योद्धओं को मैदान में उतारा है तो महागठंधन ने तीन नए योद्धाओं पर दांव लगाया

एनडीए ने जहां तीन पुराने योद्धओं को मैदान में उतारा है तो महागठंधन ने तीन नए योद्धाओं पर दांव लगाया है। कांग्रेस से एकमात्र सिङ्क्षटग विधायक तौसीफ आलम पुराने हैं। जबकि किशनगंज से इजहार हुसैन को मौका दिया है। इसी तरह राजद के प्रत्याशी बनाए गए कोचाधामन से शाहिद आलम और ठाकुरगंज से सऊद असरार नदवी बिल्कुल नए हैं। हालांकि सऊद असरार को राजनीति विरासत में मिली है, लेकिन उनका यह पहला चुनाव है। जबकि भाजपा ने किशनगंज से स्वीटी ङ्क्षसह को लगातार चौथी बार मौका दिया है। जदयू के दोनों उम्मीदवार नौशाद आलम और मुजाहिद आलम सिङ्क्षटग विधायक हैं। वहीं बहादुरगंज से विकासशील इंसान पार्टी के उम्मीदवार बनाए गए लखनलाल पंडित पार्टी के लिए नए जरूर हैं लेकिन वे एक दफे निर्दलीय चुनाव लड़ चुके हैं।

ओवैसी की पार्टी एआइएमआइएम के उम्मीदवारों की घोषणा नहीं हुई 

इन दोनों प्रमुख गठबंधनों के अलावा ओवैसी की पार्टी एआइएमआइएम के उम्मीदवारों की घोषणा नहीं हुई है। हालांकि किशनगंज से सिङ्क्षटग विधायक कमरुल होदा और कोचाधामन से हाजी इजहार अशफी का नाम तय माना जा रहा है। ये दोनों पुराने योद्धा हैं। बहादुरगंज और ठाकुरगंज में पेंच फंसा है। इसके अलावा और भी पार्टियां और गठबंधन के मैदान में उतरने की उम्मीद है। नामांन के लिए अभी चार दिन शेष है। इन चार दिनों में अभी कई तरह के समीकरण बनेंगे और बिगड़ेंगे। 23 को तस्वीर साफ हो पाएगी कि किस-किस क्षेत्र से कौन-कौन उम्मीदवार हैं। फिलहाल नामांकन की अंतिम तिथि तक कई तरह के कयास लगाए जाएंगे।

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