मंदिर समान होते हैं संस्थान : वेंकैया नायडू
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : राम मनोहर लोहिया अस्पताल के पीजी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुके
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली :
राम मनोहर लोहिया अस्पताल के पीजी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च के आठवें दीक्षा समारोह में शिरकत करने पहुंचे उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा कि संस्थान मंदिर समान होते हैं। सभी मेडिकल छात्रों को आगे आकर प्रमुख चिकित्सा तकनीकों को जानना चाहिए। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली पर चिंता जताते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में सेवा देने पर बल दिया।
बृहस्पतिवार को आयोजित दीक्षा समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि राज्य सरकारों ने अपनी स्वास्थ्य बीमा योजनाएं शुरू की हैं। इसका मकसद प्रत्येक व्यक्ति को सस्ती एवं गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं के दायरे में लाना है। उन्होंने इस लक्ष्य को पाने में निजी क्षेत्र से अपनी अहम भूमिका का निर्वाह करने की अपील की। वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि एक डॉक्टर के जीवन में रोमांच व चुनौती दोनों है, लेकिन इन चुनौतियों से कैसे निपटना है यह डॉक्टर को अपनी योग्यता के माध्यम से तय करना होता है। इस अवसर पर चिकित्सा अधीक्षक व संस्थान के निदेशक डॉ वीके तिवारी ने कहा कि अस्पताल में हाल ही में 60 बिस्तरों वाले सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक व 800 बिस्तरों से अधिक क्षमता वाले हॉस्टल का निर्माण कार्य शुरू हुआ है। इसके अलावा 20 मंजिला सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक प्रस्तावित है। दीक्षा समारोह के दौरान उपराष्ट्रपति ने 91 एमडी/एमएस व 25 डीएम/एमसीएच छात्रों को डिग्रियां प्रदान की। इनमें से नौ छात्रों को गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया। समारोह में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल, अश्विनी कुमार चौबे समेत कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।