बिसाहड़ा कांड: समझौते के लिए इकलाख के परिजनों पर बनाया जा रहा है दबाव

बिसाहड़ा कांड में इकलाख के परिजन पर अब समझौते के लिए दबाव बनाया जाने लगा है। गांव की कुछ महिलाओं ने मामले में समझौते के लिए इकलाख के भाई जानमोहम्मद से संपर्क किया है। लेकिन पीड़ित परिवार ने किसी भी तरह के समझौते से इन्कार कर दिया है। उनका कहना

By Amit MishraEdited By: Publish:Sat, 05 Dec 2015 03:28 PM (IST) Updated:Sat, 05 Dec 2015 04:03 PM (IST)
बिसाहड़ा कांड: समझौते के लिए इकलाख के परिजनों पर बनाया जा रहा है दबाव

नोएडा। बिसाहड़ा कांड में इकलाख के परिजन पर अब समझौते के लिए दबाव बनाया जाने लगा है। गांव की कुछ महिलाओं ने मामले में समझौते के लिए इकलाख के भाई जानमोहम्मद से संपर्क किया है। लेकिन पीड़ित परिवार ने किसी भी तरह के समझौते से इन्कार कर दिया है। उनका कहना है कि पूरे घटनाक्रम पर देश की संवेदनाएं उनके साथ रही हैं। समझौता करना लोगों की भावनाओं पर कुठाराघात होगा।

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गौरतलब है कि 28 सितंबर की रात बिसाहड़ा गांव में गोहत्या की सूचना पर इकलाख की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी और बेटे दानिश को पीटकर अधमरा कर दिया था। घटना के बाद पुलिस ने अगले ही दिन दस युवाओं को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।

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बृहस्पतिवार को हुए शाहिस्ता के बयान में कुछ और नए नाम सामने आए हैं। नए नाम सामने आने से बिसाहड़ा गांव में तनाव व्याप्त है, साथ ही गांव के आस-पास पंचायतों का दौर शुरू हो गया है। नए नाम आने पर गांव के लोगों को डर है कि कहीं उनके घर का चिराग इस मामले में जेल न चला जाए। इसी वजह से गांव की महिलाओं ने इकलाख के भाई जानमोहम्मद से संपर्क कर समझौता का आग्रह किया है।

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लापता युवक नहीं लौटे घर

बिसाहड़ा गांव से गायब सैकड़ों युवक अभी तक गांव वापस नहीं लौटे हैं। युवक गांव वापस कब लौटकर आएंगे यह किसी को नहीं पता है। मंगलवार की रात हुई पुलिस दबिश के बाद से युवकों का गांव में वापस लौटना मुश्किल ही लग रहा है।

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