अस्पतालों में दोगुनी होगी बिस्तरों की संख्या
आम आदमी पार्टी की सरकार ने अपने पहले बजट में स्वास्थ्य के मद में 45 फीसद की बढ़ोतरी की है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में दिल्ली की खराब ढ़ांचागत स्थिति पर चिंता जाहिर करते हुए सरकार ने दिल्ली सरकार के अस्पतालों में बिस्तरों की संख्या दोगुनी करने का लक्ष्य रखा है।
रणविजय सिंह, नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी की सरकार ने अपने पहले बजट में स्वास्थ्य के मद में 45 फीसद की बढ़ोतरी की है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में दिल्ली की खराब ढ़ांचागत स्थिति पर चिंता जाहिर करते हुए सरकार ने दिल्ली सरकार के अस्पतालों में बिस्तरों की संख्या दोगुनी करने का लक्ष्य रखा है।
ढाई साल में अस्पतालों में 10,000 बिस्तर बढ़ाए जाएंगे। इसके अलावा सरकार एक हजार मोहल्ला क्लीनिक भी खोलेगी। इन दो तरीकों से सूबे की सरकार आम आदमी की सेहत सुधारने की दिशा में कदम बढ़ाएगी।
हालांकि, सरकार के लिए इतने कम समय में 10,000 बिस्तर बढ़ाना आसान नहीं है, क्योंकि इसके लिए हजारों डॉक्टरों और पैरामेडिकल कर्मचारियों की जरूरत होगी। इसलिए यह कार्य चुनौतियों से भरा हुआ है। मौजूदा समय में दिल्ली सरकार के 39 अस्पतालों में 10,994 बिस्तर उपलब्ध हैं जिसे बढ़ाकर 20,994 किया जाएगा।
दिल्ली सरकार ने मौजूदा वित्त वर्ष के बजट में स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए 4787 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। इसमें से 3138 करोड़ रुपये योजनागत मद में आवंटित किए गए हैं, जबकि पिछले वित्त वर्ष में इस मद में 2164 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे।
सरकार बिस्तरों की संख्या में इजाफा करने के लिए मौजूदा 11 अस्पतालों का विस्तार करेगी और उनमें 4000 बिस्तर बढ़ाए जाएंगे। इसके अलावा प्रस्तावित अस्पतालों में बिस्तरों की संख्या चार गुना बढ़ाने का प्रस्ताव है।
द्वारका में 700 की जगह 1500 बिस्तरों का बनेगा अस्पताल
द्वारका में 700 बिस्तरों का अस्पताल बन रहा है। पहले इसे 750 बिस्तरों का बनाने का प्रस्ताव था। लेकिन अब सरकार इसे 1500 बिस्तरों का अस्पताल बनाएगी। इसी तरह बुराड़ी में निर्माणाधीन 200 बिस्तरों की जगह 800 व अंबेडकर नगर में 200 बिस्तरों की जगह 600 बिस्तरों का अस्पताल बनेगा।
अशोक विहार स्थित दीपचंद बंधु अस्पताल में बिस्तरों की संख्या 200 से बढ़ाकर 400 की जाएगी। इसी तरह नांगलोई, सिरसपुर और मादीपुर में कुल मिलाकर 18,00 बिस्तरों वाले अस्पताल बनाए जाएंगे।
इन अस्पतालों के निर्माण की योजनाएं वर्षो पुरानी हैं। सरकार महरौली, महिपालपुर, पीतमपुरा, मंडावली, गीता कॉलोनी, पांडव नगर और द्वारका में स्वास्थ्य इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए दिल्ली विकास प्राधिकरण से 10 प्लाट खरीदेगी, इसके लिए 210 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
इस साल खुलेगी 500 मोहल्ला क्लीनिक
लोगों को कॉलोनियों के नजदीक इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए एक हजार मोहल्ला क्लीनिक खोली जाएंगी। जिसमें से 500 इस वित्त वर्ष में खोली जाएंगी।
लोगों को जारी किया जाएगा स्वास्थ्य कार्ड
सरकार दिल्ली में लोगों को स्वास्थ्य कार्ड जारी करेगी। इससे अस्पतालों में मरीजों का रिकार्ड रखने और पंजीकरण में सहूलियत होगी। पंजीकरण के लिए उन्हें बार-बार नाम पत्ता बताने की जरूरत नहीं होगी। बल्कि स्वास्थ्य कार्ड के जरिए आसानी से काम हो सकेगा। इससे यह भी फायदा होगा कि मरीज यदि दूसरी बार अस्पताल में इलाज कराने जाएंगे तो उनकी मेडिकल हिस्ट्री भी अस्पताल में पहले से मौजूद होगी।
35 डायलिसिसस यूनिट शुरू किए जाएंगे
गरीब मरीजों की मुफ्त डायलिसिस के लिए पीपीपी मॉडल (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) पर 35 नए डायलिसिस यूनिट शुरू किए जाएंगे। हालांकि, यह योजना पुरानी है। मौजूदा समय में 40 यूनिट लोकनायक अस्पताल और राजीव गांधी सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल में कार्यरत हैं।
पीपीपी मॉडल पर चलेगी कैट्स एंबुलेंस
सरकार कैट्स एंबुलेंस के बेड़े में 110 आधुनिक एंबुलेंस शामिल करेगी। हालांकि, इनकी खरीद पिछले वित्त वर्ष में ही होनी थी। पर ऐसा नहीं हो पाया था। सरकार अब अत्याधुनिक एंबुलेंसों का परिचालन पीपीपी मॉडल के तहत कराएगी।
100 बिस्तरों का ट्रॉमा सेंटर
हादसा पीड़ितों और खेलों में जख्मी होने वालों के इलाज के लिए दिल्ली गेट स्थित लोकनायक अस्पताल में 100 बिस्तरों का ट्रॉमा सेंटर बनेगा। वर्षो से यह योजना लंबित है। सरकार इस योजना को प्रमुखता से लागू करेगी।
अंबेडकर कॉलेज में अगले सत्र से मेडिकल की पढ़ाई रोहिणी स्थित अंबेडकर अस्पताल में बनकर तैयार मेडिकल कॉलेज में अगले सत्र से मेडिकल की पढ़ाई शुरू हो जाएगी। इसे भारतीय चिकित्सा परिषद से स्वीकृति का इंतजार है।